कैप्टन फार्म हाउस से निकल स्कूलों में दौरा कर सच्चाई जानें : प्रो. लक्ष्मीकांता
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि विद्यार्थियों को योग्यता के आधार पर ही अंक दिए जाएं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिदर सिंह ने अध्यापकों को यह तो लक्ष्य दे दिया कि सभी स्कूलों के विद्यार्थी शत-प्रतिशत सफल हो जाएं पर सच्चाई क्या है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि विद्यार्थियों को योग्यता के आधार पर ही अंक दिए जाएं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिदर सिंह ने अध्यापकों को यह तो लक्ष्य दे दिया कि सभी स्कूलों के विद्यार्थी शत-प्रतिशत सफल हो जाएं, पर सच्चाई क्या है। यह भाषण देने वाले मुख्यमंत्री नहीं जानते। वह पहले स्कूलों में जाकर सच्चाई तो जानें। पर अफसोस है कि मुख्यमंत्री अपने फार्म हाउस व महल से बहुत कम निकलते हैं, जनता को मिलते नहीं। मुख्यमंत्री यह बताएं कि जिन स्कूलों में अध्यापक ही पूरे नहीं, बहुत से ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों और शहरी क्षेत्र के कुछ स्कूलों में भी महत्वपूर्ण विषयों के लेक्चरर ही नहीं, विद्यार्थियों की उपस्थिति का कोई नियम नहीं, अध्यापकों को पढ़ाने के अतिरिक्त और भी कई तरह के काम दिए जाते हैं। ऐसे में सरकारी स्कूलों के सभी विद्यार्थी सफल हो जाएं, यह दिन में स्वप्न देखने जैसी बात है।
प्रो. चावला ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री ने कभी स्कूलों में जाकर देखा कि वहां अध्यापक कितनी मेहनत करके बच्चों को स्कूलों में लाते हैं। मुख्यमंत्री याद रखें कि केवल स्कूल की बिल्डिंग अच्छी बनाकर और अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाकर स्कूल स्मार्ट नहीं बन जाते। पहले विद्यार्थी स्मार्ट बनें, हर रोज स्कूल में आएं, उनको किताबें पूरी मिलें और सबसे जरूरी अध्यापकों की कमी न हो।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में शिक्षा सचिव की ओर से जिले के शिक्षा विभाग के कर्मियों के साथ बैठक की गई थी। इसमें उन्होंने आदेश दिए थे कि स्कूलों में बच्चों की हाजिरी बढ़ाई जाए और उनके बेहतर परिणाम के लिए योजना बनाई जाए।