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जमानत पर आया रिटायर्ड एएसआइ का गैंगस्टर बेटा यामा हथियारों समेत चार साथियों के साथ काबू

वेरका थाने की पुलिस ने शनिवार की देर रात कुख्यात गैंगस्टर रणजोध सिंह उर्फ सन्नी उर्फ यामा और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 11:30 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 12:20 AM (IST)
जमानत पर आया रिटायर्ड एएसआइ का गैंगस्टर बेटा यामा हथियारों समेत चार साथियों के साथ काबू
जमानत पर आया रिटायर्ड एएसआइ का गैंगस्टर बेटा यामा हथियारों समेत चार साथियों के साथ काबू

जागरण संवाददाता, वेरका (अमृतसर) : वेरका थाने की पुलिस ने शनिवार की देर रात कुख्यात गैंगस्टर रणजोध सिंह उर्फ सन्नी उर्फ यामा और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से इनोवा (क्रिस्टा), जर्मन मेड रिवाल्वर और 27 कारतूस बरामद कर केस दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया गिरोह का एक सदस्य काले घनुपुर निवासी सुखप्रीत सिंह पुलिस पार्टी को चकमा देकर फरार हो गया।

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पुलिस को सूचना मिली थी कि गैंगस्टर सन्नी यामा अपने साथियों के साथ इनोवा गाड़ी में गोल्डन गेट से होते हुए बटाला रोड की तरफ आ रहा है। इंस्पेक्टर संजीव कुमार और सब इंस्पेक्टर प्रेम सिंह ने वेरका बाइपास पर बेरिकेड लगाकर नाकाबंदी कर दी। कार को आते देख रुकने का इशारा किया, लेकिन आरोपितों ने बेरिकेड से पहले की कार रोक ली और उसमें से उतरकर फरार हो गए। पुलिस ने पीछा कर पांच आरोपितों को काबू कर लिया। इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान घनुपुर काले गांव निवासी नरिदर सिंह, फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित फेयरलैंड कालोनी निवासी रणजोध सिंह उर्फ सन्नी उर्फ यामा, सौ फुटी रोड स्थित सुदर्शन नगर निवासी तलजीत सिंह उर्फ जिम्मी, सौ फुटी रोड निवासी चनप्रीत सिंह उर्फ चन और ईस्ट मोहन नगर निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के रूप में बताई है। तलाशी के दौरान पुलिस को सन्नी यामा की जेब से जर्मन मेड रिवाल्वर और 27 कारतूस बरामद हुए। 12 मामलों में नामजद है सन्नी

इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि कुख्यात गैंगस्टर सन्नी यामा दर्जनभर मामलों में नामजद है। आरोपित के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में मारपीट, गुंडागर्दी, गोली चलाने और हत्या प्रयास के 12 मामले दर्ज हैं। आरोपित लगभग डेढ़ साल पहले जमानत पर छूटा था। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने बताया कि किसी झगड़े में वह उक्त अवैध हथियारों का इस्तेमाल करते हैं। आधा किलोमीटर तक इंस्पेक्टर ने किया पीछा

नाकाबंदी देख गैंगस्टर और उसके साथी इनोवा छोड़कर भाग निकले थे। इंस्पेक्टर संजीव कुमार और उनकी टीम को पांचों आरोपितों को घेरने के लिए आधा किलोमीटर तक उनका पीछा करना पड़ा लेकिन इस बीच सुखप्रीत पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। जांच में सामने आया कि रिवाल्वर सन्नी ने सुखप्रीत से खरीदा था। सुखप्रीत सिंह के खिलाफ हत्या प्रयास और नशा तस्करी के मामले दर्ज हैं। रिटायर्ड एएसआइ का बेटा है गैंगस्टर यामा

गैंगस्टर सन्नी यामा के पिता पंजाब पुलिस से बतौर एएसआइ रिटायर्ड हो चुके हैं। बचपन में ही सन्नी बुरी संगत में पड़ गया था। पिता और परिवार के सदस्यों ने उसे सुधारने का प्रत्येक प्रयास किया, लेकिन उसके पैर अपराध की दलदल में धंसते चले गए। 8 अगस्त 202 0 में पुलिस ने सन्नी को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर छूटते ही वह फिर अपने गैंग के साथ इलाके में एक्टिव हो गया।


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