शवों की अदला-बदली मामले में बयान दर्ज
गुरु नानक देव अस्पताल में कोरोना से मौत के बाद होशियारपुर के प्रीतम सिंह तथा डैमगंज अमृतसर की पद्मा के शवों की अदला-बदली मामले में मंगलवार को जांच अधिकारी एसडीएम डॉ. शिवराज सिंह बल ने दोनों पीड़ित परिवारों को बयान देने के लिए बुलाया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: गुरु नानक देव अस्पताल में कोरोना से मौत के बाद होशियारपुर के प्रीतम सिंह तथा डैमगंज अमृतसर की पद्मा के शवों की अदला-बदली मामले में मंगलवार को जांच अधिकारी एसडीएम डॉ. शिवराज सिंह बल ने दोनों पीड़ित परिवारों को बयान देने के लिए बुलाया। अमृतसर के परिवार ने बयान दर्ज करवाने के लिए दो दिन का समय मांगा। इससे पहले एसडीएम डॉ. बल ने घटना वाले दिन अस्पताल में तैनात होशियारपुर तथा अमृतसर के तहसीलदारों के भी बयान लिए।
एसडीएम-2 बल के ऑफिस में सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक चली कार्रवाई में पहले प्रीतम सिंह के बेटे दलबीर सिंह तथा दो पोतों रमनदीप सिंह और अमनदीप सिंह के बयान दर्ज किए गए। दलबीर सिंह ने कहा कि उन्हें यह बताया जाए कि उसके पिता प्रीतम सिंह का कहां हैं। अगर उनके पिता की मौत हुई है तो उनके पिता का शव कहां है। हालांकि मामला कोर्ट में है, लेकिन फिर भी उन्होंने बयान दर्ज करवाए ताकि मामले की सही से जांच हो सके और लाशों की अदला-बदली के लिए जिम्मेदार लोगों को चिन्हित कर सजा दी जाए।
संस्कार से पहले चेहरा दिखा देते तो सामने आ जाती हकीकत: हीरा
अमृतसर स्थित डैमगंज की पद्मा के पिता दविदर हीरा, भाई एडवोकेट अभिषेक अरोड़ा, अशोक अरोड़ा बयान दर्ज करवाने पहुंचे। हालांकि पूरे बयान देने के लिए उन्होंने दो दिन का समय मांगा। पद्मा के पिता हीरा ने कहा कि उनकी बेटी के इलाज में लापरवाही बरती गई है। अंतिम संस्कार से पहले बच्चों को चेहरा नहीं दिखाया गया। अगर ऐसा किया होता तो शवों की हकीकत सामने आ जाती। पद्मा के भाई एडवोकेट अभिषेक तथा अशोक ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने जहां इलाज में लापरवाही बरती, वहीं मानवीय पहलुओं का भी उल्लंघन किया है। उन्होंने तो पद्मा के शरीर से जेवरात तक चोरी कर लिए जाने की बात जांच अधिकारी को बताई है।
अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ के भी बयान होंगे दर्ज: एसडीएम
जांच अधिकारी एसडीएम डॉ. बल ने कहा कि घटना के वक्त अस्पताल में तैनात होशियारपुर तथा अमृतसर के तहसीलदारों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। दोनों परिवारों के सदस्यों ने मामले संबंधी काफी-कुछ जानकारियां दी हैं। इसमें गुरु नानक देव अस्पताल के डाक्टरों व अन्य स्टाफ के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। रिपोर्ट बना कर डिप्टी कमिश्नर को जल्द ही सौप दी जाएगी।