कोई लेखन में आजमा रहा हाथ, कुछ गार्डनिंग व फिटनेस को दे रहे तवज्जो
कोरोना कर्फ्यू के बीच गुरु नगरी की थिएटर आर्टिस्ट परमजीत कौर पति वरिदर सिंह बब्बू साहित अपने तीन बचों के साथ घर में ही रह रही हैं। वह घर पर रहकर लोगों को स्टे एट होम सेव लाइफ का संदेश दे रही हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना कर्फ्यू के बीच गुरु नगरी की थिएटर आर्टिस्ट परमजीत कौर पति वरिदर सिंह बब्बू साहित अपने तीन बच्चों के साथ घर में ही रह रही हैं। वह घर पर रहकर लोगों को स्टे एट होम, सेव लाइफ का संदेश दे रही हैं।
थिएटर आर्टिस्ट परमजीत कौर का कहना है कि सरकार ने जनता की सेहत व सुरक्षा को ही मुख्य रखते लॉक डाउन और कर्फ्यू लगाया है। यह सरकार का प्रशंसनीय प्रयास है। उनका कहना है कि विश्व के विभिन्न देशों में हजारों ही लोगों को मौत की नींद सुला चुकी कोरोना वायरस की बीमारी से बचने के लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घर के अंदर ही रहते हुए अपने परिवार के साथ समय बिताने और परमात्मा का सिमरन करने का अवसर मिला है। इसे कतई भी गंवाना नहीं चाहिए। उनका कहना है कि भले ही वर्तमान समय में हम मजबूरी के चलते घर के अंदर रह रहे हैं, जोकि हम सबकी सेहत ला सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। हिदी और पंजाबी फिल्मों में काम कर थिएटर आर्टिस्ट परमजीत कौर का कहना है कि उन्हें पढ़ने लिखने का शौक है। अब घर के अंदर ही रहते हुए वह ज्ञान बढ़ाने वाली किताबें पढ़ रहे हैं। लॉकडाउन और कर्फ्यू से पहले वह हर वर्ष विरसा विहार में नाटकों का अभ्यास करने के लिए जाते थे।
बनाती हैं बच्चों का पसंदीदा भोजन
परमजीत ने बताया कि उनके पति बरिदर सिंह बब्बू रेवेन्यू विभाग में सीमाएं देने के साथ-साथ नाटकों में एक्टिग भी करते हैं। पहले तो घर का काम निपटाने के बाद वह नाटकों के अभ्यास में व्यस्त रहते थे। वर्तमान समय में पूरा परिवार ही घर में रहकर एक-दूसरे के साथ समय बिता रहा है। उन्होंने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटा तरणवीर सिंह बीकॉम फाइनल में पढ़ रहा है। दूसरा बेटा करणवीर सिंह होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है और बेटी नौशीन कौर 12वीं कक्षा में पढ़ रही है, जो कि हॉस्टल में रहती हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों में सभी बच्चे इकट्ठे घर में रहते हैं और बार-बार मनपसंद खाद्य व्यंजन खाने की डिमांड करते हैं, जिसमें पास्ता और मैगी मुख्य मांग रहती है।