यूथ फेस्टिवल विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हैं: छीना
। यूथ फेस्टिवल जहां विद्यार्थियों की कला में निखार लाते हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : यूथ फेस्टिवल जहां विद्यार्थियों की कला में निखार लाते हैं। वहीं विद्यार्थियों का मनोबल भी बढ़ाते हैं, ताकि वे कंपीटीशन के युग में समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। यह शब्द खालसा कॉलेज गवर्निग कौंसिल (केसीजीसी) के आनरेरी सचिव राजिदर मोहन सिंह छीना ने खालसा कॉलेज फॉर वूमेन में दो दिवसीय 5वें यूथ फेस्टिवल-2020 में कहे।
उन्होंने कहा कि यूथ फेस्टिवल विद्यार्थियों की कला उभारने के लिए एक बहुत बढि़या प्लेटफार्म है। फेस्टिवल की शुरूआत से पहले कॉलेज की छात्राओ की तरफ से शबद गायन किया गया। पहले दिन शबद गायन, कविशरी, गीत गजल, फोक सांग, फेंसी ड्रेस, मिमिक्री, मोनो एक्टिग, स्किट, डीबेट, पेंटिग, पोस्टर मेकिग, कार्टूनिग, मॉडलिग, मेहंदी, रंगोली, फुलकारी के मुकाबले करवाए गए।
प्रोग्राम में जज की भूमिका सुरिदर पुखराज, डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. रवजोत कौर, अतुल मेहरा, मोनिका सलारिया, शेफाली, मानसी, डॉ. शैली जग्गी, डॉ. परमजीत कौर, डॉ. नरेश कुमार, विजय शर्मा, जगदीश सचदेवा, मीनू शर्मा, डॉ. रश्मि नंदा, डॉ. रिप्पी अग्रवाल, जोबनप्रीत कौर, नवजीत सिंह धालीवाल, डॉ. हरजीत सिंह ने निभाई। कॉलेज की प्रिसिपल डॉ. मनप्रीत कौर ने यूथ फेस्टिवल के पांचवें प्रोग्राम संबंधी मैनेजमेंट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों को एक उच्च मंच मुहैया हुआ है।