फार्मेसी करके बेरोजगार बैठे हैं 2000 युवा
सिविल अस्पताल में सोमवार को फार्मेसी डिप्लोमा धारक बेरोजगारों ने सरकार के प्रति खासा रोष व्यक्त किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : सिविल अस्पताल में सोमवार को फार्मेसी डिप्लोमा धारक बेरोजगारों ने सरकार के प्रति खासा रोष व्यक्त किया। सेहत विभाग इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन राकेश शर्मा व दीपक राय देवगण प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक में बेरोजगार फार्मासिस्टों ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें पढ़ाई के बाद नौकरी नहीं दी गई और न ही केमिस्ट शॉप खोलने की व्यवस्था की गई।
राकेश शर्मा ने सरकार से मांग की कि सरकार इन्हें नौकरी नहीं दे सकती तो फिर फार्मेसी कोर्स करवा रहे कॉलेज बंद करवाए जाएं। केवल अमृतसर जिले में ही 2000 के करीब डिप्लोमा धारक बेरोजगार हैं। बेकारी के कारण ये बेरोजगार नशे आदि का शिकार बन रहे हैं। सरकार एक तरफ पंजाब नशा मुक्ति का ढोल पीट रही है, दूसरी तरफ बेरोजगारों को रोजगार न देकर नशे की ओर धकेलने का काम कर रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि बेरोजगार को नौकरी नहीं दी गई या उन्हें केमिस्ट के लाइसेंस जारी न किए गए तो भविष्य में संघर्ष किया जाएगा।