बाला किग ने बयां किए वर्तमान सियासत के रंग
विरसा विहार में चले 16वें पंजाब थिएटर के आखिरी दिन बर्तोतल ब्रेख्थ द्वारा लिखित व केवल धालीवाल के निर्देशन में पंजाबी नाटक बाला किग पेश किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : विरसा विहार में चले 16वें पंजाब थिएटर के आखिरी दिन बर्तोतल ब्रेख्थ द्वारा लिखित व केवल धालीवाल के निर्देशन में पंजाबी नाटक बाला किग पेश किया गया। नाटक जरमन के नाटककार बर्तोतल ब्रेख्थ के प्रसिद्ध नाटक दा राइज आफ आर्तरो ऊई का पंजाबी रूप है। नाटक का पंजाबी रूप डॉ. अर्विंदर कौर धालीवाल ने किया है, जोकि वर्तमान सियासी माहौल पर तंज है। छोटे शहरों में रहते हुए, छोटे-छोटे बदमाश सियासत में दाखिल होकर किस तरह से बड़े-बड़े पदों पर पहुंच जाते हैं। विरसा विहार में चले 16वें पंजाब थिएटर के आखिरी दिन पेश किया गया नाटक वर्तमान सियासत के गिरते स्तर की मुंह बोलती तस्वीर है। लेखक ने उक्त नाटक को लगभग 70-80 साल पहले लिखा था। नाटक में गुरतेज मान, पावेल संधू, जसवंत सिंह, बलराज सिंह, नवराज, गुरप्रीत, गुरमेल शामनगर, गुरजंट, काला, तुषार, विशु शर्मा ने अपनी दमदार भूमिका निभाई। इस मौके पर डा. अरविंदर कौर धालीवाल, विजय शर्मा, शिवदेव सिंह, टीएस राजा, परमिदंर सिंह, गुरदेव सिंह, सुमीत सिंह, विपन धवन, नरिदर सांघी आदि मौजूद थे।