शहर में छह महीने में लाउंगा अरबों के प्रोजेक्ट, अंतरराष्ट्रीय पहचान के साथ पैदा होंगे रोजगार : पुरी
हरदीप सिंह पुरी ने अमृतसर के विकास के लिए मंगलवार को अपना विजन डॉक्युमेंट पेश किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
चुनावों में अगर जीत हासिल होती है तो भाजपा उम्मीदवार हरदीप सिंह पुरी अमृतसर के विकास के लिए क्या कुछ करेंगे और क्या-क्या उनकी योजनाएं हैं, इस संबंधी मंगलवार को उन्होंने अपना विजन डॉक्युमेंट पेश किया। पुरी ने अपनी ओर से किए जाने वाले कामों के बारे में संक्षेप में बताया कि अगर वह यहां से सांसद जीत कर संसद में जाते हैं तो छह महीनों के दौरान करोड़ों-अरबों रुपये के प्रोजेक्ट लाएंगे। अमृतसर को टूरिस्ट के नजरिये से इतना ज्यादा डवलप कर दिया जाएगा कि यहां पर रोजगार पैदा होंगे। पूरे जिले की सूरत ही बदल जाएगी। वह सरकार में मंत्री पद पर हैं और उनके पास एक्सट्रा पावर भी रहती है, जिससे वह यहां का विकास कर सकते हैं। सांसद को केवल एक साल में पांच करोड़ रुपये विकास के लिए मिलते हैं। मगर मंत्री रहते हुए वह इससे कई गुणा ज्यादा का विकास यहां पर करवाने की सोच रहे हैं। उनके साथ राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक, दिल्ली से विधायक ओमप्रकाश शर्मा, पूर्व एमपी रमेश कुमार, पूर्व मेयर बख्शी राम अरोड़ा, रजिदर मोहन सिंह छीना व अन्य मौजूद थे।
यह बाते की संक्लप पत्र में:
पुरी ने अपने संक्लप पत्र में लिखा-विकास कार्य जंग स्तर पर चलाए जाएंगे। विरासत को बचाने के लिए धरोहरों को सुरक्षित किया जाएगा। यहां के हवाई अड्डे को दुनिया के अनेक देशों की राजधानी उड़ान भरने की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। ब्यास-तरनतारन-अमृतसर रेलवे मार्ग को ब्रॉडगेज किया जाएगा। अमृतसर को बार्डर जिले का दर्जा दिलवाया जाएगा। नौकरियों के अधिकतर अवसर पैदा किए जाएंगे। मजीठा में औद्योगिक इकाई स्थापित की जाएगी। नशे की समस्या के साथ सख्ती के साथ निपटा जाएगा। इंटरनेशनल लेवल का क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। अजनाला और राजासांसी के बीच एक एजुकेशन हब बनाया जाएगा। बार्डर के उस पार खेती करने वाले किसानों को उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा। यहां पर एसईजेड बनाने और कई अन्य तरह के प्रोजेक्ट लाएंगे ताकि यहां के लोगों की जीवन स्तर ऊंचा उठ सके। पुरी ने कहा कि यह संकल्प फाइनल है। हालांकि वह लोगों के बीच जा रहे हैं और उनसे भी कह रहे हैं कि उनके पास कोई सुझाव है तो उन्हें दिए जाएं ताकि इस संक्लप पत्र में जोड़े जा सकें।