गोशाला लोहगढ़ की कमेटी चेयरमैन ने की भंग, कार्यकारी प्रधान के इस्तीफे से हुआ विवाद
संत बाबा हर सिंह भौड़े वाला गोशाला लोहगढ़ के प्रबंधों को चलाने वाली गाय सेवा समिति का विवाद तेज हो गया है।
कमल कोहली, अमृतसर
संत बाबा हर सिंह भौड़े वाला गोशाला लोहगढ़ के प्रबंधों को चलाने वाली गाय सेवा समिति का विवाद तेज हो गया है। गाय सेवा समिति के कार्यकारी प्रधान व महासचिव अशोक ग्रोवर तथा दो अन्य पदाधिकारियों की ओर से त्याग पत्र देने के बाद अब गोशाला के प्रबंधों पर विराम लगता जा रहा है। समिति के चेयरमेन व महंत गुरमुख सिंह नायब कोट ने एक प्रस्ताव पारित करके समिति की सभी कमेटी को भंग कर दिया है। अब आने वाले दिनों में गोशाला के प्रबंधो की बागडोर किसके हाथों में होगी. इस बारे सरगर्मियां तेज हो जाएंगी।
विवाद उस समय पैदा हुआ था जब समिति के कार्यकारी प्रधान अशोक ग्रोवर, सीनियर उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता व उपायक्ष वरुण डोगरा ने अपने पदो ंव सदस्यता से निजी कारणों के चलते त्याग पत्र दे दिया गया। इससे पहले भी समिति के प्रधान रहे रवि नंदा ने अपने पद को छोड़ दिया था। नंदा ने यह त्याग पत्र किस कारण दिया था इस बारे कई तरह की अटकलें लगी थीं। पर यह बात सामने आई थी कि रवि नंदा ने तीन माह तक गोशाला में न आने के बारे लिखा था। उस समय महासचिव पद पर विराजमान अशोक ग्रोवर को प्रधान बनाया गया था। समिति 31 सदस्यों की कमेटी है अब इनमें से दो सदस्यों का निधन हो चुका है। समिति के प्रधान, महासचिव व कैशियर का मुख्य पद है। इस समय समिति के कैशियर मनमोहन धवन हैं। गोशाला के जब प्रधान रवि नंदा व महासचिव अशोक ग्रोवर व अन्य टीम थी, उस समय गोशाला के सुंदरीकरण के लिए कई प्रोजेक्टों पर काम किया गया था। आखिर प्रधान व महासचिव के मध्य ऐसी क्या बात हुई थी कि रवि नंदा ने प्रधान पद का कार्यभार छोड़ दिया। पिछले कुछ दिनों से समिति में चल रहा विवाद आने वाले दिनों में क्या रंग लेकर आता है कौन प्रधान, महासचिव व अन्य टीम बनेगी, इस बारे अटकलें लगने लगी हैं।
जल्द घोषित होगी नई कमेटी : महंत गुरमुख
समिति के चेयरमेन व महंत गुरमुख सिंह नायब कोट, जीवन शर्मा व कपिल शर्मा ने बताया कि समिति के प्रधान अशोक ग्रोवर व अन्य दो पदाधिकारियों ने जो त्याग पत्र दिया है उसको मंजूर कर लिया गया है। अब प्रधान व महासचिव का पद रिक्त हो गया है। इस कारण गोशाला के प्रबंधों को चलाने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए पूरी कमेटी को भंग कर दिया गया है। बैंकों को भी इस संबंधी सूचना दी जाएगी कि यह कमेटी भंग हो गई है। नई कमेटी की शीघ्र घोषणा कर दी जाएगी ताकि गोशाला के प्रबंधों को सुचारु रूप से चलाया जा सके।
पदाधिकारियों में आपसी तालमेल न होने का नतीजा : ग्रोवर
समिति के पूर्व कार्यकारी प्रधान अशोक ग्रोवर ने कहा कि उन्होंने समिति के पद तथा सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। वह अब कुछ नहंीं कहना चाहते हैं। यह विवाद सिर्फ पदाधिकारियों में आपसी तालमेल न होने के कारण पैदा हुआ है, जिस कारण कमेटी को चेयरमैन ने भंग किया होगा।