16 दिन में महानगर में 11 बार गोलीबारी की घटनाएं, असलहा लाइसेंस की समीक्षा करवाएंगे सीपी
महानगर में गोलियां चलाना खून खराबा करना आम हो चुका है। अपराधियों को काबू करने में पुलिस पूरी तरह विफल हो चुकी है।
नवीन राजपूत, अमृतसर
महानगर में गोलियां चलाना, खून खराबा करना आम हो चुका है। अपराधियों को काबू करने में पुलिस पूरी तरह विफल हो चुकी है। बदमाश ही नहीं, बल्कि शहर के कुछ नामी कारोबारियों ने भी अपनी डब में अवैध पिस्तौल लगा रखी हैं लेकिन पुलिस इस तरह के लोगों पर कार्रवाई करने से गुरेज कर रही है। बताया जा रहा है कि जैसे ही पुलिस एफआइआर दर्ज करने का प्रयास करती है तो किसी ना किसी नेता का फोन पुलिस की कार्रवाई को रोक देता है। पता चला है कि पुलिस के खुफिया तंत्र ने कुछ दिनों में इस तरह के लोगों का डाटा एकत्र किया है जिनके पास अवैध हथियार हैं। अब पुलिस उन पर किसी तरह शिकंजा कसने की तैयारी में हैं। पुलिस अधिकारी शहर में बढ़ रहे गोली कांड के पीछे इस तरह के लोगों को जिम्मेदार मान रहे हैं। असलहा लाइसेंस की होगी समीक्षा: सीपी
पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि शहर में गोलीकांड जैसी वारदात को रोकने के लिए पुलिस सतर्क है। आने वाले दिनों में असलहा लाइसेंस की समीक्षा करवाई जा सकती है। जरूरत पड़ने पर कुछ लोगों के लाइसेंस रद भी किए जा सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस टीमें अवैध हथियारों का कारोबार करने वालों और हथियार रखने वालों को लगातार दबोच रही है। एक जनवरी से अब तक हुई गोलियां चलाने की वारदात
16 जनवरी- तरनतारन रोड के ईश्वर नगर में चली गोलियां।
15 जनवरी- बी डिवीजन थानांतर्गत पड़ते बाबा भूरी वाले चौक के पास चली गोलियां।
13 जनवरी- सुल्तानविड रोड पर लोहड़ी की रात गोलियां मारकर जगदीश सिंह की हत्या कर दी गई।
13 जनवरी- मजीठा रोड पर लोहड़ी मना रहे परिवार पर चलाई गोलियां।
12 जनवरी- मजीठा रोड पर मोहित और उसके भाई पर चलाई गोलियां।
10 जनवरी- सुल्तानविड रोड पर तलवारें मारकर युवक की हत्या।
08 जनवरी- छेहरटा में अमन कुमार पर चलाई गोलियां।
08 जनवरी- सिविल लाइन में पिस्तौलों के बल पर डा. शिवांगी के घर पर डकैती।
06 जनवरी- इस्लामाबाद में गोलियां चलाकर दातर से किया युवक पर हमला।
02 जनवरी- सिविल लाइन में हरपाल सिंह पर गोली चलाकर आरोपित फरार।
01 जनवरी- गेट हकीमा में युवक पर चलाई गोलियां। अब तक कहां हथियार बरामदगी हुई
16 जनवरी - वेरका पुलिस ने सन्नी यामा और उसके चार साथियों से रिवाल्वर और 27 जिदा कारतूस बरामद किए।
12 जनवरी- सीआइए स्टाफ ने डा. के घर डकैती करने वाले चार काबू किए। उनके कब्जे से पिस्तौल, दातर बरामद हुए थे।
14 जनवरी- जगदीश हत्याकांड में पलविदर सिंह काबू। तीन बेटे अभी तक फरार हैं। हथियार बरामद किए जाने बाकी हैं।