Move to Jagran APP

ईद पर भी दिखा भारत-पाक रिश्तों का असर, समझौता एक्सप्रेस से 15 यात्री ही पहुंचे

भारत पाकिस्तान संबंधों का असर ईद पर भी दिखा। आज समझौता एक्सप्रेस से मात्र 15 पाकिस्तानी यात्री ही भारत पहुंचे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 26 Jun 2017 08:00 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jun 2017 08:00 PM (IST)
ईद पर भी दिखा भारत-पाक रिश्तों का असर, समझौता एक्सप्रेस से 15 यात्री ही पहुंचे
ईद पर भी दिखा भारत-पाक रिश्तों का असर, समझौता एक्सप्रेस से 15 यात्री ही पहुंचे

अमृतसर [रविंदर शर्मा]। ईद पर सोमवार को लाहौर (पाकिस्तान)  से सिर्फ 15 यात्रियों को लेकर समझौता एक्सप्रेस अटारी (भारत) पहुंची। भारत-पाक के बीच तल्ख रिश्तों के बावजूद पाक से पहुंचे यात्रियों ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए दोनों दोनों देशों को अब एक हो जाना चाहिए। वहीं, इस समझौता एक्सप्रेस के जरिये भारत की तरफ से सिर्फ 25 यात्री ही लाहौर के लिए रवाना हुए।

loksabha election banner

समझौता एक्सप्रेस से भारत पहुंचे मुहम्मद इस्लाम ने कहा कि ईद पर्व प्यार का और गले लगाते हुए शिकवे मिटाने का दिन होता है। आतंकवाद पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस्लाम ने कहा कि भारत और पाक में आतंकवाद चरम पर है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देशों के अब एकजुट होकर लड़ने का समय है।

एक अन्य पाक यात्री ने कहा कि पाकिस्तान में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। वहां इंसानियत का दम घुटने लगा है। पाकिस्तान से समझौता एक्सप्रेस लेकर आए चालक ने कहा कि ईद पर हमें गिले-शिकवे छोड़ मुहब्बत को गले लगाना चाहिए। रिहाना बेगम ने कहा कि दोनों मुल्कों की अवाम शांति चाहती है, मगर चंद लोग ऐसा नहीं देखना चाहते। रिहाना ने कहा कि बंदूक से निकलने वाली गोली लगने से पहले धर्म या नागरिकता नहीं पूछती।

यह भी पढ़ें: पाकिस्तानी व बांग्लादेशी कैदियों ने अमृतसर जेल में मनाई ईद

एक अन्य यात्री ने कहा कि बम धमाके भारत में हो या पाकिस्तान में, इसमें किसी का शौहर तो किसी का बेटा मरता है। कुछ सियासतदान जम्मू-कश्मीर में या लाहौर और या फिर कराची में बैठकर अपना काम करते रहते हैं। उन्हें भारत या पाकिस्तान में शांति से कुछ नहीं लेना । उनका धर्म तो दोनों मुल्कों के बीच नफरत फैलाना है, जिसके लिए वे लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.