Move to Jagran APP

लंगूर मेला 29 से, अबकी बार लड़कियां भी बनेंगी लंगूर

29 सितंबर को श्री दुग्र्याणा तीर्थ स्थित श्री बड़ा हनुमान मंदिर में लंगूर मेले का शुभारंभ हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Sep 2019 05:49 PM (IST)Updated: Sat, 14 Sep 2019 05:49 PM (IST)
लंगूर मेला 29 से, अबकी बार लड़कियां भी बनेंगी लंगूर
लंगूर मेला 29 से, अबकी बार लड़कियां भी बनेंगी लंगूर

कमल कोहली, अमृतसर : 29 सितंबर को श्री दुग्र्याणा तीर्थ स्थित श्री बड़ा हनुमान मंदिर में लंगूर मेले का शुभारंभ हो रहा है। 10 दिनों तक चलने वाले इस लंगूर मेले में वे परिवार जिनके घर में ठाकुर जी की कृपा से औलाद पैदा होती है, अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए बच्चों को लंगूर बनाते हैं। अपने बच्चों को लंगूर बनाने वाले परिवार श्री दुग्र्याणा तीर्थ परिसर में बने श्री वेदकथा भवन में लंगूर के स्वरूप में सजने वाली पौशाकें व अन्य सामान लेने आ रहे हैं। अब तक श्री दुग्र्याणा तीर्थ से करीब सात सौ से अधिक बच्चे पौशाकें लेकर जा चुके हैं। इस बार कई परिवार अपनी लड़कियों को भी लंगूर बनाने के लिए पौशाकें लेने के लिए आ रहे हैं। एकता नगर छोटा हरिपुरा की रहने वाली प्रिया ने बताया कि वह अपनी लड़की को इस बार ठाकुर जी की कृपा से लंगूर बना रही है। इसके लिए वह पौशाकें लेने आई है। गगनदीप निवासी वेरका ने बताया कि वह अपने दोनों बेटों को पांच वर्ष से लंगूर बना रही है। उसका बड़ा बेटा पहले भी लंगूर बन चुका है। वह अपने बच्चों के लिए पौशाकें लेने आई है। आजाद नगर से आई माहिरा ने बताया कि वह अपने एक वर्षीय लड़के को लंगूर बना रही है। उसके लिए वह लंगूर की पौशाक लेने आई है। सुनेहा निवासी गेट हकीमां ने बताया कि वह अपने बेटे को दूसरी बार लंगूर बना रही है, जिसके लिए वह पौशाक लेने आई है। रोजाना मिल रही मंदिर में पौशाकें

loksabha election banner

श्री वेदकथा भवन में बैठे पंडित राधे श्याम ने बताया कि मंदिर परिसर में अब तक करीब 700 परिवार पौशाकें लेकर जा चुके हैं। इस बार अमृतसर के अलावा दिल्ली, जम्मू, बटाला, पठानकोट व अन्य जगहों से परिवार पौशाकें लेकर गए हैं। भक्तजनों को रोजाना सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक तथा सायं चार से आठ बजे तक पौशाकें दी जाती हैं। लंगूर बनने के लिए कुर्ता पायजामा, छड़ी, टोपी, घुंघरू दिए जा रहे हैं। श्री गिरिराज सेवा संघ के संजय मेहरा ने कहा कि 14 सितंबर को श्राद्ध शुरू रहे हैं। श्राद्धों में लोग पौशाकें लेने कम आते हैं। अब महालक्ष्मी वाले दिन भक्तजनों की भीड़ पौशाकें लेने पहुंचेगी। बाजारों में बिक रहीं पौशाकें

बाजारों में लंगूर बनने वाली पौशाकें बिक रही हैं। यहे पौशाकें पांच सौ से आठ सौ रुपये तक हैं। कई परिवार दुकानदारों को आर्डर दे गए हैं। दुकानदार विजय कुमार ने बताया कि बड़ी उम्र के बच्चे भी पौशाकों का आर्डर दे गए हैं। मेले के लिए कमेटी कर रही तैयारियां

श्री दुग्र्याणा कमेटी के प्रधान रमेश शर्मा ने बताया कि 29 सितंबर से शुरू होने वाले लंगूर मेले में भक्तजनों की उमड़ती भीड़ को देखते हुए उचित प्रबंध किए गए हैं। इस बार दस हजार बच्चे लंगूर बनने की संभावना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.