पल्स ऑक्सीमीटर तथा इन्फ्रारेड थर्मामीटर बाजार से अधिक दाम पर खरीदे जाने की जांच SIT को
Zero tolerance policy on corruption of CM Yogi Adityanath सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण काल में भी भ्रष्टाचार करने वालों की जांच करने को (एसआइटी) का गठन किया है।
लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच में भी फर्जीवाड़ा करने वालों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिकंजा कसा है। प्रदेश के गाजीपुर तथा सुलतानपुर के साथ अन्य जिलों में भी बाजार से अधिक कीमत पर पल्स ऑक्सीमीटर व इन्फ्रारेड थर्मामीटर खरीदने की जांच एसआइटी करेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआइटी का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर, बिजनौर तथा गाजीपुर सहित कुछ अन्य जनपदों की ग्राम पंचायतों में पल्स ऑक्सीमीटर तथा इन्फ्रारेड थर्मामीटर की बाजार मूल्य से अधिक दर पर खरीदने के प्रकरण को अत्यन्त गम्भीरता से लिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में दो दिन में वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को निलम्बित करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण काल में भी भ्रष्टाचार करने वालों की जांच करने को स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है। शासन ने अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में एसआइटी गठित कर दी है। इस एसआइटी दस दिन में घोटाले की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सुल्तानपुर तथा गाजीपुर सहित कुछ अन्य जनपदों की कतिपय ग्राम पंचायतों में पल्स ऑक्सीमीटर तथा इन्फ्रारेड थर्मामीटर की बाजार मूल्य से अधिक दर पर खरीद करने की जांच होगी। शासन ने अपर मुख्य सचिव राजस्व विभाग रेणुका कुमार की अध्यक्षता में एसआइटी गठित की है। इसमें सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग अमित गुप्ता तथा सचिव नगर विकास व एमडी जल निगम विकास गोठलवाल को सदस्य नामित किया गया है। एसआइटी पूरे प्रकरण की जांच कर 10 दिन में अपनी आख्या शासन को प्रस्तुत करेगी।
प्रदेश शासन ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर व सेनेटाइजर का सेट राज्य वित्त आयोग की धनराशि से क्रय किए जाने के निर्देश शासनादेश संख्या 1596/33-3-2020-114/2012 दिनांक 23 जून, 2020 के माध्यम से निर्गत किए गए थे। सुल्तानपुर और गाजीपुर के साथ कुछ अन्य जनपदों में ग्राम पंचायतों में बाजार मूल्य से अधिक उपकरणों को क्रय करने की जानकारी शासन को प्राप्त हुई थी।