कर्नाटक विधानसभा चुनाव: योगी आदित्यनाथ देंगे सुरक्षा यात्रा को धार
कर्नाटक का चुनाव अगले तीन राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिहाज से बहुत अहम माना जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कर्नाटक में भाजपा का माइक्रो मैनेजमेंट तेज हो गया है। कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों के दौरे पर जहां खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मौजूद हैं। वहीं मार्च के पहले पखवाड़े में भाजपा कर्नाटक सुरक्षा यात्रा के जरिए 'गून्स गवर्नेंस बनाम गुड गवर्नेंस' (गुंडों का शासन बनाम सुशासन) के नारे को धार देगी। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्य योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। कोशिश होगी कि एक बार फिर से 2014 की मोदी हवा पैदा हो जिसमें भाजपा पूरे क्षेत्र पर छा गई थी।
कर्नाटक का चुनाव अगले तीन राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिहाज से बहुत अहम माना जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा ने पूरा दम लगा दिया है। खुद शाह जहां लगातार दौरा कर रहे हैं वहीं चुनाव घोषणा से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सात से आठ रैली पूरी हो जाएगी। पर भाजपा का कर्नाटक में क्षेत्रवार रणनीति पर जोर है। तटीय कर्नाटक में संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले और हिंसा की घटना काफी रही है। इसी लिहाज से 3 मार्च से कर्नाटक सुरक्षा यात्रा शुरू होगी और सूरतकल में उसके समापन में योगी आदित्यनाथ मौजूद होंगे। ध्यान रहे कि केरल में भाजपा की सुरक्षा यात्रा में भी योगी शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि सामान्यतया यह क्षेत्र भाजपा के लिए बहुत मजबूत नहीं रहा है। 2008 में जब पहली बार भाजपा सरकार बनी थी तो पार्टी को 19 में से दस सीटें मिली थीं। 2013 में भाजपा तीन पर सिमट गई थी। लेकिन उसके एक साल बाद ही 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का असर कुछ इस कदर था कि पार्टी ने 17 सीटों पर बढ़त मिली थी। भाजपा उस लहर को जिंदा करना चाहती है और मान कर चल रही है कि सुरक्षा यात्रा वह काम कर सकती है।