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तृणमूल ने पीएम से की फोन नंबर जारी करने की मांग, कहा- सीधे प्रधानमंत्री तक समस्या पहुंचाना चाहते हैं लोग

2021 विधानसभा के मद्देनजर जनसंपर्क बढ़ाने में जुटी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोगों की शिकायत सुनने के लिए फोन नंबर जारी करने की मांग की है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 05 Aug 2019 01:46 PM (IST)Updated: Mon, 05 Aug 2019 03:09 PM (IST)
तृणमूल ने पीएम से की फोन नंबर जारी करने की मांग, कहा- सीधे  प्रधानमंत्री तक समस्या पहुंचाना चाहते हैं लोग
तृणमूल ने पीएम से की फोन नंबर जारी करने की मांग, कहा- सीधे प्रधानमंत्री तक समस्या पहुंचाना चाहते हैं लोग

कोलकाता, जागरण संवाददाता। 2021 विधानसभा के मद्देनजर जनसंपर्क बढ़ाने में जुटी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोगों की शिकायत सुनने के लिए फोन नंबर जारी करने की मांग की है। तृणमूल नेताओं का कहना है कि 'दीदी के बोलो' अभियान के जरिए लोग सीधे ममता बनर्जी संग संपर्क साध कर अपनी शिकायतें या सुझाव पहुंचा पा रहे हैं। ऐसे ही बंगाल की जनता कई समस्याओं को सीधे प्रधानमंत्री तक पहुंचाना चाहती है लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाता ऐसे में पीएम को अविलंब फोन नंबर जारी करना चाहिए। 

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इस बाबत तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने प्रथम ट्वीट किया और इसके बाद डायमंड हार्बर से सांसद व ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, जादवपुर से सांसद मिमी चक्रवर्ती समेत अन्य कुछ सांसदों ने भी ट्वीट कर पीएम से फोन नंबर जारी करने की मांग की।

उल्लेखनीय है कि डेरेक ने अपने ट्वीट में भाजपा सदस्यता अभियान के प्रभारी व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बंगाल की जनता दीदी के बोलो कैंपेन के साथ जुड़ कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक अपनी शिकायतों व सुझाव पहुंचा रही हैं। अभियान काफी सफल हो रहा है। लेकिन भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नम्बर कब जारी करेगी? यहां बता दें कि चौहान ने दीदी के बोलो कैंपेन पर तंज कसते हुए कहा था कि लोगों को चाहिए कि वे दीदी से नहीं बल्की मोदी से बोलें। उन्होंने कहा था कि दीदी से बोल कुछ नहीं होने वाला है।

वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दीदी के बोलो अभियान को शुरू में गंभीरता से नहीं लेने का खामियाजा विपक्षी दलों को उठाना पड़ सकता है। विशेष कर भाजपा को जो 2021 में तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने का सपना देख रही है। इस बारे में उनका मत है कि दीदी के बोलो अभियान का असली उद्देश्य लोगों की शिकायतें व सुझाव सुनना ही नहीं है, बल्की इसके माध्यम से प्रशांत किशोर बंगाल के मतदाताओं का डाटा भी तृणमूल के लिए तैयार कर रहे हैं जिसमें पार्टी अब तक शून्य की स्थिति में थी। ये डाटा भविष्य के सभी चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के लिए अहम साबित होंगे। इस बीच तृणमूल के नेता दीदी के बोलो अभियान को जोर-शोर से प्रचारित प्रसारित करने में जुटे हुए हैं। 

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