पश्चिम बंगाल : नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर बरसे राज्यपाल, बोले- बंगाल सरकार पर आ रही शर्म
राज्यपाल ने ट्वीट किया बंगाल में भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर सत्ताधारी पार्टी और राजनीतिक पुलिस के समर्थन से हुए हमले की खबरों से चिंतत हूं। गुरुवार सुबह ही मुख्य सचिव और डीजीपी को इस बारे में अलर्ट किया था फिर भी कानून को तोड़ा गया।
कोलकाता, जेएनएन। बंगाल के दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को हुए हमले की घटना को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने चिंता जताते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने राज्य सरकार पर बरसते हुए कहा कि बंगाल में अराजकता की स्थिति है और यहां यह सब दृश्य देखकर उन्हें शर्म आ रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले की उन्हेंं पहले ही आशंका था और उन्होंने सीएम को पत्र भी लिखा था। दरअसल, डायमंड हार्बर जाते वक्त नड्डा के काफिले पर पत्थर फेंके गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडे से हमला भी किया गया। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी काफिले में मौजूद थे।
Concerned at alarming reports of anarchy and lawlessness @MamataOfficial indicating ruling party harmads on rampage at BJP President Convoy and political police @WBPolice in support.
This happening inspite of my alerts to CS & DGP early morning indicated collapse of law & order— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 10, 2020
उनकी भी गाड़ी के शीशे तोड़े गए। घटना के बाद राज्यपाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने 8 दिसंबर का वह पत्र भी ट्वीट किया जो भाजपा अध्यक्ष के दौरे के पहले उन्होंने राज्य सरकार और मुख्य सचिव को लिखा था।
राज्यपाल ने ट्वीट किया, बंगाल में भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर सत्ताधारी पार्टी और राजनीतिक पुलिस के समर्थन से हुए हमले की खबरों से चिंतत हूं। गुरुवार सुबह ही मुख्य सचिव और डीजीपी को इस बारे में अलर्ट किया था फिर भी कानून को तोड़ा गया। धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग करते हुए कहा कि राज्य के संवैधानिक मुखिया होने के नाते मुझे आपके ऊपर (ममता सरकार) पर शर्म आ रही है। जो घटना हुई यह आपकी चूक और आपके कमिशन के कारण हुई है।
डीजीपी और मुख्य सचिव को बुलाया
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को बातचीत के लिए बुलाया है। उनके साथ गुरुवार शाम 6 बजे राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर बात होगी। आशा है कि यह बातचीत सार्थक हो और हम एकजुटता के साथ राज्य में संवैधानिक और लोकतांत्रिक तरीके से कानून लागू कर सकें।