भाजपा में तेज हुई संगठन की मजबूती, पांच दिनों में होंगे 1.63 लाख बूथ समितियों के चुनाव
भाजपा ने पांच दिनों में बूथ समितियों का चुनाव प्रस्तावित किया है। 18 से लेकर 22 सितंबर तक यह चुनाव होंगे। चार से लेकर सात बूथों तक के एक सेक्टर बनाये गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। भाजपा ने पांच दिनों में बूथ समितियों का चुनाव प्रस्तावित किया है। 18 से लेकर 22 सितंबर तक यह चुनाव होंगे। चार से लेकर सात बूथों तक के एक सेक्टर बनाये गए हैं। हर सेक्टर में एक चुनाव अधिकारी की नियुक्ति की गई है। उत्तर प्रदेश में कुल एक लाख 63 हजार बूथ हैं और बूथों के चुनाव अभियान में करीब 35 हजार कार्यकर्ता चुनाव अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने बूथों को मजबूत करने पर जोर दिया है। भाजपा ने बूथ जीतो फार्मूला लागू कर 2014, 2017 और 2019 के चुनावों में विजयश्री हासिल की। इस बार पार्टी ने उन बूथों पर भी 70 फीसद से ज्यादा सदस्य बनाये जहां कभी पार्टी का खाता भी नहीं खुलता था। मुस्लिम बस्तियों में भी भाजपा ने सदस्य बनाये तो यादव और अनुसूचित जाति की बस्तियों में भी अच्छी तादाद में सदस्य बने।
सुनील बंसल ने यह खाका तैयार किया है कि हर बूथ पर सामाजिक समीकरण मजबूत हो और हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले। पांच दिनों में बूथों के चुनाव संपन्न होंगे। जिन बूथों पर 50 से कम सदस्य होंगे वहां के बूथ पर अध्यक्ष समेत 12 सदस्यीय, 50 से 150 सदस्यों वाले बूथ पर 18 सदस्यीय, 150 से 300 के बीच 24 सदस्यीय और 300 से अधिक सदस्यों वाले बूथ पर अध्यक्ष समेत 30 सदस्यों की समिति गठित होगी। बूथों समितियों के लिए बनाये गये चुनाव अधिकारियों की मंडलवार कार्यशाला संपन्न हो चुकी है। इन्हें बूथ समितियों के चुनाव का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि बूथ समितियों के चुनाव से भाजपा की ताकत और बढ़ेगी।