UP Assembly By-Election Result 2019 : पिता-पुत्र की जगह अब विधानसभा में दिखेंगे मां-बेटे
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में आजम खां की पत्नी और अब्दुल्ला की मां डॉ. तजीन फातमा चुनाव जीती हैं।
लखनऊ, जेएनएन। विधान सभा में रामपुर से मोहम्मद आजम खां और स्वार से अब्दुल्ला आजम 2017 में एक साथ जीतकर आए थे। दोनों पिता-पुत्र हैं। लोकसभा चुनाव में आजम खां रामपुर संसदीय क्षेत्र से जीत गए और फिर विधानसभा में पिता-पुत्र की यह जोड़ी टूट गई। अब रामपुर विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में आजम खां की पत्नी और अब्दुल्ला की मां डॉ. तजीन फातमा चुनाव जीती हैं। जाहिर है कि अब सदन में मां-बेटे की जोड़ी नजर आएगी। इसी तरह पिता-पुत्री की एक जोड़ी बनते-बनते रह गई। अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट पर बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा की पुत्री डॉ. छाया वर्मा एक हजार से कम मतों से अंतर से चुनाव हार गईं।
राज्यसभा की खाली होने वाली सीट पर अब भाजपा की नजर
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित डा. तजीन फातमा राज्यसभा की सदस्य हैं। उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2020 तक है जबकि विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 तक है। ऐसे में विधानसभा की सदस्यता उनकी प्राथमिकता होगी। इस स्थिति में भाजपा की नजर राज्यसभा की खाली होने वाली सीट पर टिक गई है। विधानसभा में संख्याबल अधिक होने की वजह से इस सीट को भाजपा ही जीत सकती है। भाजपा के कुछ दिग्गज एक वर्ष के लिए ही सही लेकिन उच्च सदन में पहुंचने के लिए समीकरण तलाशने लगे हैं।
जुल्म के खिलाफ हुई आम आदमी की जीत : आजम
सपा सांसद आजम खां ने कहा कि यह जीत हमारी नहीं, बल्कि आम आदमी की है। जुल्म के खिलाफ जीत है। इतनी मुसीबत के दौर में भी लोगों ने हमारा साथ दिया। अफसरों को इससे सबक लेते हुए अच्छे काम की पहल करनी चाहिए। रामपुर सीट पर उप चुनाव में अपनी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा के जीतने पर आजम गुरुवार शाम मंडी समिति पहुंचे। उनके साथ पत्नी और दोनों बेटे भी थे। यहां जीत का प्रमाण पत्र लेने के बाद समर्थकों के साथ सपा कार्यालय पहुंचे। इस दौरान आजम ने गाड़ी पर खड़े होकर ही समर्थकों को संबोधित किया। कहा कि आज की यह जीत एतिहासिक है और शासन व प्रशासन के जुल्म के खिलाफ है। मुसीबत की घड़ी में भी लोगों ने हमारा साथ दिया। इस मौके पर डॉ. तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम ने कहा कि मुसीबत के दौर में रामपुर के लोगों ने हमारा साथ दिया है, इसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं।