केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत बोले-राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त की कहानी मनगढ़ंत
स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को मनगढ़त कहानी करार दिया।
रंजन दवे, जोधपुर! स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को मनगढ़त कहानी करार दिया। उन्होंने कहा कि जिस विधायक को लेकर यह आरोप लगाया गया, उसी कुशलगढ़ की विधायक रमिला खडिय़ा का बयान अखबार में छपा है कि उनसे तो किसी ने संपर्क नहीं किया। यह बात उन्होंने आज सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। शेखावत ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव के समय जिस तरह की परिस्थितियां पैदा की गई, तभी मैंने कहा था कि यह ऐसी फिल्म है, जिसके स्क्रिप्ट राइटर, निर्माता, निर्देशक और अभिनेता, सब एक ही व्यक्ति है। आपसी विग्रह का समाधान करने, पार्टी व पार्टी के लोगों को बदनाम करने और उनका नाम लेकर अपनी पार्टी के बिखराव को टारगेट करके अपने ही अध्यक्ष को निपटना है। यह इस सबकी प्रक्रिया का हिस्सा है। शेखावत ने कहा कि मुझे लगता है कि इस सबका पटाक्षेप करने के लिए इस तरह का मुकदमा दर्ज किया गया।
अविश्वास प्रस्ताव के सवाल पर शेखावत ने कहा कि यह मेरा विषय नहीं है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है लेकिन अविश्वास दो खेमों में पराकाष्ठा पर है। सत्तारूढ़ पार्टी और सत्तारूढ़ सरकार, दोनों स्पष्ट रूप से दो खेमों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं। आम आदमी भी इस बात को महसूस कर सकता है। मुझे लगता है कि अब इसके लिए तो किसी के पास आंखें होने की भी आवश्यकता नहीं है। सिर्फ मामूली सी समझ रखने वाला हरेक राजस्थानी यह जानता है। प्रदेश के चार करोड़ मतदाता इस बात को जानते हैं। शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार और इनके सूचना तंत्र को खुलासा करना चाहिए कि किन-किन विधायकों और सांसदों के फोन टेप किए। उस पर क्या-क्या सुना गया। उनकी पार्टी के कौन लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के लोगों का शिकार करने के लिए इस तरह की रचना करना राजस्थान में नई राजनीति की शुरुआत है।
विधायक ने कैसे मनाया बर्थडे
कोरोना को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से हालात चिंताजनक हैं। राजस्थान सरकार को और अधिक गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, लेकिन जब समाज के लीडर्स, राजनीतिक नेता, जिन्हें देखकर लोग प्रोत्साहित होते हैं, वही अगर इसकी पालना न करें तो निश्चित रूप से समाज में विपरीत संदेश जाता है। मैंने हाल में पढ़ा कि जोधपुर जिले के एक विधायक ने अपना बर्थडे मनाया। उसमें सैकड़ों लोगों समेत सरकारी अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि साधारण आदमी विवाह करे तो कलक्टर से 50 लोगों की अनुमति लेनी पड़ती है। किसी के घर देहवासन हो जाए तो 20 लोगों से ज्यादा को जाने की अनुमति नहीं है। अगर एक विधायक अपना बर्थडे मनाए, वो भी जब देश में 20 हजार लोग मर चुके हैं, ऐसे में समारोह करना अपने आप में अपमानजनक है। मैं मानता हूं कि हम राजनेताओं को भी अपने गिरेबां में झांककर देखने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि कहीं न कहीं सत्तारूढ़ पार्टी के नेता, ये तो आज अनलॉक की स्थिति है, लॉकडाउन में भी यही स्थिति थी, टेंट लगाकर राशन बांटे जा रहे थे, एक राशन देने के लिए की ये हमारी सरकार द्वारा दिया गया है, ये सिद्ध करने के लिए आप हजारों लोगों की जान खतरे में डाल रहे हो।
आमजन से की मुलाकात
जोधपुर के सांसद एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत सम्पर्क क्रान्ति से जोधपुर पहुंचे। जोधपुर प्रवास के दौरान मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जोधपुर सर्किट हाउस में आमजन से मुलाकात की। मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सर्किट हाउस में जोधपुर संसदीय क्षेत्र से आए गणमान्य लोगों से मुलाकात की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।