महाराष्ट्र में सत्ता में आते ही भाजपा पर हल्लाबोल, गहलोत फिर सक्रिय
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस नेता अहमद पटेल के साथ जनवेदना सम्मेलन के जरिये भाजपा पर हल्ला बोलेंगे।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। कांग्रेस व राकांपा के मध्य तनातनी के बीच गुजरात में गत विस चुनावों में कांग्रेस को तीन दशक में सबसे बड़ी सफलता दिलाने वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी ने गुजरात में सक्रिय किया है। गहलोत, कांग्रेस नेता अहमद पटेल के साथ जनवेदना सम्मेलन के साथ भाजपा पर हल्ला बोल करेंगे।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के चंद महीनों पहले ही गहलोत को गुजरात चुनाव का प्रभारी बनाया था, तब गहलोत ने ही कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी की यात्राओं का रोड मेप तैयार किया और कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे नेताओं को दूर कर युवा व समर्पित नेताओं को मैदान में उतारा। इसका परिणाम यह रहा कि कांग्रेस ने 78 सीटों पर जीत दर्ज की।
गौरतलब है कि विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीट की जरुरत होती है ओर भाजपा भी 99 सीट पर ही अटक गई थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया बताते हैं कि दो सप्ताह पहले बने कांग्रेस के केंद्रीय कार्यक्रम के अनुसार सभी जिलों में भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया गया था। राज्य के सभी जिलों में जन वेदना सम्मेलन करने के बाद अब शनिवार को अहमदाबाद में राज्यस्तरीय सम्मेलन होगा।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल, पार्टी प्रभारी राजीव सातव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित चावडा, नेता विपक्ष परेश धनाणी सहित कई वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के बावजूद गुजरात में एनसीपी से दूरियां बना रखी है, एनसीपी के अध्यक्ष शंकरसिंह वाघेला है जिन्होंने गत चुनाव में कांग्रेस छोड़ दी थी।
महाराष्ट्र व हरियाणा के चुनाव परिणामों के बाद एक राज्य में सरकार बनने से उत्साहित कांग्रेस ने महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की बदहाली, आर्थिक मंदी, व्यापार के चौपट होने व युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दे पर गुजरात सरकार को घेरने का ऐलान किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनवेदना आंदोलन के मुख्य वक्ता होंगे। गौरतलब है कि गत दिनों शराबबंदी को लेकर गहलोत के बयान के बाद गुजरात से लेकर दिल्ली इसकी चर्चा रही थी, राजस्थान में शराबबंदी के सवाल पर गहलोत ने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा था कि यहां शराबबंदी के बावजूद सबसे अधिक शराब पी जाती है।