प्रवासी श्रमिकों की हर संभव मदद के लिए प्रतिबद्ध तमिलनाडु सरकार, राज्य में स्थापित किए कंट्रोल रूम
तमिलनाडु सरकार ने राज्य में प्रवासी मजदूरों को मदद प्रदान करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। सरकार ने मजदूरों से अपने रोजगार के स्थान पर रहकर ही अपना काम जारी रखने का आग्रह किया। सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
चेन्नई, आइएएनएस। देश में कोरोना के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी बेच देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी सता रहा है। कोरोना के प्रतिबंधों के चलते तमिलनाडु सरकार ने राज्य में प्रवासी मजदूरों को मदद प्रदान करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। कोरोना की पहली और दूसरी लहरों के दौरान लाखों प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट गए थे। कोरोना की दोनों लहरों के बीच कई महीनों तक लाकडाउन रहने से प्रवासी मजदूरों की आजीविका बुरी तरह से प्रभावित हुई थी।
प्रवासी मजदूरों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
इसी बीच सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनकी जरूरतों का पूरी तरह से ध्यान रखने का आश्वासन दिया है। सरकार ने मजदूरों से अपने रोजगार के स्थान पर रहकर ही अपना काम जारी रखने का आग्रह किया। इसके साथ ही सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। सरकार ने कहा कि प्रवासी श्रमिक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे के बीच अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इन नंबरों 044-24321438, 044-24321408 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही सरकार ने कहा कि चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, सलेम, कोयंबटूर, तिरुपुर, कृष्णागिरी और तिरुनेलवेली में प्रवासी श्रमिकों की संख्या अधिक होने के कारण यहां अलग-अलग कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। सरकार प्रवासी श्रमिकों की हर संभव मदद करने का प्रयास कर रही है।
मामलों में लगातार उछाल
आपको बता दें कि देश के साथ-साथ तमिलनाडु में कोरोना के मामलों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। इसके चलते सरकार ने राज्य में कोरोना के कड़े नियमों को लागू करने के साथ-साथ नाइट कर्फ्यू भी लगाया है, लेकिन इसके बावजूद मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही है। वहीं, पोंगल के त्योहार को देखते हुए सरकार ने 14 से 18 जनवरी तक सभी धार्मिक स्थलों में आम जनता के प्रवेश पर पहले ही रोक लगा दी है।