Tablighi Jamaat : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- जमातियों का इलाज बेहतर और निगरानी हो सख्त
Tablighi Jamaat उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलाने वाले तब्लीगी जमातियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खास नजर है।
लखनऊ, जेएनएन। Tablighi Jamaat : उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलाने वाले तब्लीगी जमातियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खास नजर है। सिर्फ कार्रवाई ही नहीं, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जमातियों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। उन्हें बेहतर उपचार दिया जाए, लेकिन इसके साथ ही उनकी निगरानी भी सख्त हो।
शनिवार को लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने जिलों में हॉट स्पाट चिह्नित कर उन्हें सैनिटाइज कराएं। डीएम कंट्रोल रूम का भी सतत निरीक्षण करते रहें। जनता से अपील की है कि कोरोना से लड़ाई में सरकार लगातार प्रयासरत है। समाज का सहयोग भी जरूरी है। कोई भूखा न रहे, अपने आस-पड़ोस का भी ध्यान रखें। हर घर में चूल्हा जले। पड़ोसी के यहां खाने-पीने की कमी हो तो खुद मदद को आगे आएं या सरकारी तंत्र को सूचना दें।
धर्मगुरु और प्रबुद्धजनों से संवाद करेंगे सीएम
धर्मस्थलों पर भीड़ न जुटने की अपील सरकार काफी पहले से कर रही थी। इसके बावजूद लॉकडाउन का उल्लंघन इन स्थलों से हुआ है। इन हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सभी धर्मों के धर्मगुरुओं और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रबुद्धजनों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद करेंगे।
लॉकडाउन : फैक्ट फाइल
- सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से 53495 ग्राम प्रधानों और 8426 पार्षदों से संपर्क कर 48584 शिकायतें निस्तारित की गईं।
- कालाबाजारी और जमाखोरी करने वाले 191 लोगों के खिलाफ 131 मुकदमे दर्ज करते हुए 69 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- निश्शुल्क श्रेणी के अंतर्गत 1,19,65,466 राशन कार्ड के सापेक्ष 43,94,887 कार्ड पर खाद्यान्न वितरित किया गया।
- उत्तर प्रदेश में जिला प्रशासन, सरकारी व विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा कुल 8,73,357 फूड पैकेट का वितरण किया गया।
- अब तक 10.67 लाख भवन निर्माण श्रमिकों और नगरीय क्षेत्र के 81,986 श्रमिकों को एक-एक हजार रुपये का भुगतान किया गया।
- उत्तर प्रदेश में अब तक बनाए गए 2,231 आश्रय स्थलों में 80,241 लोग निवास कर रहे हैं।