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Bengal Elections: साइबर जंग के लिए तृणमूल विधायकों को तैयार कर रहे पीके

Bengal Elections टीम पीके का मानना है कि भाजपा के साथ मतदान युद्ध सोशल मीडिया पर होगा। इस मूल्यांकन से प्रशांत टीएमसी के वोट प्रचार के लिए जमीन तैयार करना चाहते हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 05:57 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 05:57 PM (IST)
Bengal Elections: साइबर जंग के लिए तृणमूल विधायकों को तैयार कर रहे पीके
Bengal Elections: साइबर जंग के लिए तृणमूल विधायकों को तैयार कर रहे पीके

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में आगामी निकाय तथा विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर साइबर जंग को खासा महत्व दे रहे हैं। इसके लिए पीके की टीम विधायकों को प्रशिक्षण दे रही है। पीके प्रत्येक विधायक के फेसबुक अकाउंट को चुनाव प्रचार का मुख्य हथियार बनाना चाहते हैं तथा इसमें वह कम से कम 20,000 लाइक चाहते हैं।

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टीम पीके का मानना है कि भाजपा के साथ मतदान युद्ध सोशल मीडिया पर होगा। इस मूल्यांकन से प्रशांत किशोर तृणमूल कांग्रेस के वोट प्रचार के लिए जमीन तैयार करना चाहते हैं। इसलिए चाहे वह गांव हो या शहर सभी विधानसभा केंद्रों पर पार्टी का फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट चाहते हैं। कैसे यह साइबर जंग होगी इसके लिए पीके पूरी तरह पेशेवर तरीके से विधायकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं।

फेसबुक अकाउंट को बनाना चाहते हैं हथियार 

पिछले हफ्ते जिला आधारित प्रशिक्षण कोलकाता में शुरू हुआ। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पीके तृणमूल कांग्रेस के हर विधायक के फेसबुक अकाउंट को पार्टी के वोट प्रचार का मुख्य हथियार बनाना चाहते हैं। पीके उनके अकाउंट में 20 हजार लाइक चाहते हैं। इस लाइक को पाने के लिए विधायकों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। प्रशिक्षण के अनुसार इस चुनाव में सोशल मीडिया ही चुनाव प्रचार का मुख्य माध्यम होगा। क्योंकि इसके जरिए कम समय में बहुत सारे लोगों तकं पहुंचना संभव है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, पिछले एक साल में दीदी बोलो कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त हुई है। उनमें से 30 लाख आवेदनों को स्वीकार्य के रूप में पहचाना गया है। उन आवेदनों के आधार पर सरकार या पार्टी द्वारा की गई कार्रवाइयों की एक सूची तैयार की जा रही है। टीम पीके के सदस्य क्षेत्रीय आधार पर विधायकों के प्रचार साथ उस जानकारी को साझा करने के लिए उनके सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं।

एक घंटे के लिए लाइव रहें विधायक

प्रत्येक विधायक को फेसबुक पर एक घंटे के लिए लाइव रहने को कहा गया है। टीम पीके इस योजना को लागू करने को लेकर खासा गंभीर है। जरूरत पड़ने पर वह इसके क्रियान्वयन में मदद के लिए तृणमूल कांग्रेस के दक्ष कार्यकर्ताओं की एक पूरी फौज तैयार कर रही है। पिछले दिनों साल्टलेक में पूर्व मेदिनीपुर, पूर्व और पश्चिम बर्धमान और हुगली के विधायकों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया। बाकी जिलों के लिए प्रशिक्षण इसी महीने पूरा हो जाएगा।

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