मजदूरों से किराया लेने पर अखिलेश का हमला, कहा- दान के लिए धन है लेकिन घर पहुंचाने के लिए नहीं
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कामगारों से घर वापसी के लिए ट्रेन का किराया लिए जाने पर भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कामगारों से घर वापसी के लिए ट्रेन का किराया लिए जाने पर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि रेलवे के पास दान देने के लिए तो धन है, लेकिन मजदूरों को फ्री घर पहुंचाने के लिए नहीं है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि कोष के दोष बहुत हैं। अखिलेश ने ट्वीट किया कि अमीरों को विदेश से वापस लाने का रिकॉर्ड बनाने की चाह रखने वाले अगर देश में गरीबों को मुफ्त में वापस लाने का रिकॉर्ड बनाएं तो कितना अच्छा हो।
मुश्किलों में अपना घर बहुत याद आता है
जाने दो हमको वतन...कोई हमें बुलाता है
अमीरों को विदेश से वापस लाने का रिकॉर्ड बनाने की चाह रखनेवाले अगर देश में ग़रीबों को भी मुफ़्त में वापस लाने का रिकार्ड बनाएं तो कितना अच्छा हो. pic.twitter.com/GwQgtp1jt3 — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 7, 2020
अखिलेश यादव ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि लॉकडाउन में भी उत्तर प्रदेश में अपराध रुक नहीं रहे हैं। हत्या, बलात्कार, लूट की घटनाओं में कमी नहीं हो रही है। आगरा मंडल में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा दिखाई दी। जांच रिपोर्ट में देरी से कोरोना संक्रमित महिला सिपाही को समय से उपचार नहीं मिला। बेटी का जन्म हुआ पर मां की मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। आगरा के ही एसएन मेडिकल कालेज में कैंसर के इलाज के लिए भर्ती महिला मरीज का पैर चूहे ने कुतर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था का यह हाल है कि चित्रकूट में भाजपा सांसद के पेट्रोल पंप से 50 हजार रुपये की लूट हो गई। वाराणसी में मुर्गा व्यवसायी की ईंट से कुचलकर हत्या, एटा के अवागढ़ में 22 साल के युवक की हत्या, गाजियाबाद के थाना कविनगर में गोली मार कर हत्या। यहां तीन हत्याएं पहले भी हो चुकी हैं। लखनऊ के थाना गौतमपल्ली में हत्या, हापुड़ के थाना सिम्भावली में 2.50 लाख रुपये की लूट आदि की घटनाएं यह साबित करती हैं कि लॉकडाउन की व्यवस्था तार-तार है।