BSP: राजस्थान में बसपा नेताओं से बदसलूकी में सात गिरफ्तार
misbehave in Rajasthan. राजस्थान के जयपुर में बसपा नेताओं से बदसलूकी में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के जयपुर में दो दिन पूर्व बसपा नेताओं के साथ की गई बदसलूकी के मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों ने बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक रामजी गौतम और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीताराम का मुंह काला कर जूतों की माला पहना दी थी।
बसपा राजस्थान के अध्यक्ष सुमरत सिंह ने इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस बुधवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया। बसपा कार्यकर्ताओ का आरोप था कि इन नेताओं ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट बेचे हैं।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में सात लोगों को विभिन्न धाराओ के तहत पकड़ा गया है। जिन्हें पकड़ा गया है, उनमें निसार खान, बाबूलाल, दीपक कुमार, राहुल, पूरन परनामी, नीरज और विजेन्द्र है।
बसपा के दो राष्ट्रीय नेताओं का मुंह काला कर गधे पर बैठाया
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से किस हद तक नाराज हैं, इसका नजारा गत मंगलवार को जयपुर में तब देखने को मिला जब उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक और प्रदेश प्रभारी से बदसुलूकी की। टिकट बेचने के आरोप लगा रहे पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार सुबह दोनों नेताओं को दफ्तर के बाहर ही न केवल गधे पर बैठाया बल्कि उनका मुंह काला कर जूतों की माला भी पहनाई। इसके साथ ही उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती भड़क गईं। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
राजस्थान के प्रभारी सीताराम मेघवाल के साथ पार्टी पदाधिकारियों एवं जिला अध्यक्षों की बैठक लेने के लिए राष्ट्रीय समन्वयक और उपाध्यक्ष रामजी गौतम लखनऊ से जयपुर पहुंचे थे। संगठन की मजबूती एवं आगामी स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर मंगलवार सुबह चर्चा होनी थी, लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही पार्टी के कुछ कार्यकर्ता हाथों में ग्रीस और दो गधे लेकर बनीपार्क स्थित पार्टी कार्यालय पहुंच गए। वह गौतम और मेघवाल को जबरन पकड़कर दफ्तर के बाहर ले आए। पहले तो दोनों नेताओं के मुंह काले किए और फिर उन्हें जूते-चप्पलों की माला पहना दी। दोनों को जबरन दो अलग-अलग गधों पर बैठा दिया। दोनों नेता जब गधों से उतरने लगे तो कार्यकर्तओं ने उन्हें गोद में उठाकर फिर से बैठा दिया। इस दौरान रामजी गौतम एक बार सड़क पर गिर पड़े।
कार्यकर्ताओं के साथ रामजी गौतम और सीताराम मेघवाल की धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने रामजी गौतम और पार्टी सुप्रीमो मायावती पर टिकट बेचने के आरोप लगाए। हंगामे के बीच रामजी गौतम उग्र कार्यकर्ताओं से खुद को गोली मारने की बात कहते हुए भी सुनाई दिए। काफी देर तक यह घटनाक्रम चलता रहा । इस दौरान पार्टी कार्यालय के अंदर से कुछ लोग दोनों नेताओं को बचाने बाहर आए थे, लेकिन उग्र कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी खदेड़ दिया। सड़क पर हंगामे की सूचना पर सिंधी कैंप थाने से पुलिसकर्मी बसपा कार्यालय तक पहुंचे, लेकिन तब तक कार्यकर्ता वहां से जा चुके थे।
कांग्रेस गलत परंपरा डाल रही: मायावती
वरिष्ठ नेताओं से बदसुलूकी को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती कांग्रेस पर भड़क गईं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने पहले राजस्थान में बसपा विधायकों को तोड़ा और अब आंबेडकरवादी मूवमेंट को आघात पहुंचाने के लिए वरिष्ठ लोगों पर हमले करा रही है। उन्होंने घटना को अति निंदनीय और शर्मनाक बताते हुए कहा कि कांग्रेस गलत परंपरा डाल रही है, जिसका लोग जैसे को तैसा जवाब दे सकते हैं।
पिछले माह ही हुई थी पदाधिकारियों की पिटाई
पिछले माह बसपा के छह विधायक राजेंद्र गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना,वाजिब अली, संदीप यादव, दीपचंद खेरिया और लाखन सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद हुई बसपा की बैठक में भी रामजी गौतम, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा, विजय प्रताप और हरिसिंह के साथ मारपीट की गई थी। इस बैठक में सिर में चोट लगने से एक कार्यकर्ता प्रेम बारूपाल घायल भी हो गए थे । बाद में भगवान सिंह बाबा ने आठ पूर्व पदाधिकारियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी कि मंगलवार को दूसरी घटना हो गई।