यूपी में CAA पर हिंसा में शामिल PFI सदस्यों की तलाश तेज, शामली पुलिस ने चार को किया गिरफ्तार
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में हुई हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने इसके सदस्यों की तलाश तेज कर दी है।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में हुई हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) संगठन का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने इसके सदस्यों की तलाश तेज कर दी है। इस क्रम में मंगलवार को शामली पुलिस चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। पश्चिमी क्षेत्र में संगठन को चला रहे परवेज नामक युवक की भी पुलिस तलाश कर रही है। खुफिया इनपुट के आधार इन सदस्यों को खोजा जा रहा है।
शामली पुलिस के मुताबिक सोमवार रात करीब 12.40 बजे कैराना की तितरवाड़ा चुंगी पर आपत्तिजनक वितरित करते हुए चार युवकों को पुलिस ने दबोचा। उनके पास से 257 आपत्तिजनक पंफलेट व मोबाइल मिले। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम अकबर पुत्र शरीफ निवासी मोहल्ला दरबारकलां कैराना, मोहम्मद फैसल पुत्र हनीफ निवासी मोडक स्टेशन थाना मोडक जिला कोटा राजस्थान, नौशाद पुत्र लतीफ व ताहिर पुत्र वकील शाह निवासीगण ग्राम मामौर थाना कैराना बताए। आरोपितों से बरामद मोबाइलों में कई महत्वूपर्ण तथ्य हाथ लगे हैैं। पुलिस के मुताबिक आरोपित सीएए के विरोध में लोगों को भड़का कर कैराना में दंगा कराना चाहते थे। फैसल राजस्थान से दंगा भड़काने के लिए ही कैराना आया था।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन का जाल गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र के कई गांवों में फैला होने की खुफिया तंत्र की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने भोजपुर के कलछीना के रहने वाले परवेज आलम की तलाश तेज की है। उस पर पश्चिमी क्षेत्र को संचालित करने की पूरी जिम्मेदारी है। एनआइए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी) ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। जानकारी मिली है कि परवेज इस समय किसी दूसरे प्रदेश में है।, लेकिन संगठन से जुड़ी तमाम गतिविधियां वह कलछीना से ही संचालित करता है। पीएफआइ से जुड़े 27 लोगों को खुफिया विभाग ने चिह्नित भी कर लिया है। संगठन की मुख्य गतिविधियों में नेकपुर गांव के किसी शहजाद की भूमिका भी पुलिस की जांच में साफ हो चुकी है।