Rajasthan Political Crisis: भाजपा विधायक भी पहुंचने लगे गुजरात, 100 कांग्रेसी MLA पहले से डटे
राजस्थान की सियासत में चल रही उठापटक का असर अब भाजपा पर भी नजर आने लगा है। कांग्रेस के सौ से अधिक विधायक एक माह से होटल व रिसोर्ट में शरण लिए हुए हैं
गांधीनगर, जागरण संवाददाता। Rajasthan Political Crisis राजस्थान की सियासत में चल रही उठापटक का असर अब भाजपा पर भी नजर आने लगा है। कांग्रेस के बाद अब भाजपा के विधायक भी गुजरात पहुंचने लगे हैं। गुजरात में पोरबंदर हवाई अड्डे के बाहर राजस्थान के भाजपा विधायक निर्मल कुमावत ने कहा कि उनके साथ और भी विधायक जुड़ेंगे। राजस्थान में कांग्रेस सरकार उन्हें उनके पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव डाल रही है। वे यहां अगले 2 दिनों तक यहां रहेंगे।
More MLAs will join us. Congress government in Rajasthan is pressurizing us to vote in their favour. We will stay here for the next 2 days: Rajasthan BJP MLA Nirmal Kumawat outside Porbandar Airport in Gujarat https://t.co/bVBdyKXUB1" rel="nofollow
— ANI (@ANI) August 8, 2020
अकेले निर्मल कुमावत ही नहीं, भाजपा के 12 व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समर्थक 3 विधायकों के गुजरात पहुंचने की खबर है। दस से 12 विधायकों को अहमदाबाद जिले के बावला गांव में स्थित केंसविले क्लब में रखा गया है, बीते चौबीस घंटे से इस क्लब में गतिविधियां देखी जा रही है। यह विधायक राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक माने जाते हैं।
भाजपा को डर है कि जरुरत पडने पर ये विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में आ सकेते हैं। अहमदबाद के बावला में भाजपा समर्थक बिल्डर जक्षय शाह के केंसविले क्लब में इन विधायकों को रखे जाने की खबर है। इसके अलावा तीन विधायकों के दो तीन दिन से गुजरात में होने तथा सोमनाथ दर्शन करने की भी खबर है। भाजपा बार बार कांग्रेस की इस रिसोर्ट रणनीति पर लगातार हमले करते रही है लेकिन अब भाजपा को भी अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ उनके ही उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के बाद से गहलोत अपने खेमे के सौ से अधिक विधायकों को एक माह से अधिक समय से होटल व रिसोर्ट में रखकर टूटने से बचाने में कामयाब रहे हैं।
ये विधायक पहुंचे गुजरात
राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर, पाली, सिरोही व चित्तौडगढ से गुजरात में शिफ्ट किये गये भाजपा िवधायकों में जसाराम गरासिया, जगसीराम कोली, हरेंद्र निनामा, नारायणसिंह देवल, शोभा चौहाण, धर्मनारायण जोशी, बाबूलाल खराडी, फूलसिंह मीणा, गौतम मीणा, गोपीचंद मीणा, अम्रत मीणा, कैलाश मीणा का नाम शामिल हैं।
भाजपा के प्रमुख प्रवक्ता रामलाल शर्मा का कहना है कि कांग्रेस अपने विधायकों के टूटकर जाने के बाद से भाजपा विधायकों पर लगातार दबाव बनाने का प्रयास कर रही थी। पार्टी आलाकमान ने उदयपुर, चित्तौडगढ, पाली, सिरोही व गुजरात सीमा से लगते अन्य जिलों के विधायकों को शहर छोडने के लिए तैयार रहने को कह दिया गया था। हालांकि शर्मा इन विधायकों के गुजरात भेजे जाने की पुष्टि नहीं करते।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस अपने विधायकों को संभाल नहीं पा रही है, कभी जयपुर होटल में तो कभी जैसलमेर रिसोर्ट में बाडाबंदी करके रख रही है। कांग्रेस नाटकबाजी कर अपने विधायकों के टूटने का आरोप भाजपा पर लगा रही है जो बेबुनियाद है। कांग्रेस के अंदरुनी खेमेबाजी से भाजपा को कोई लेना देना नहीं है, भाजपा ने किसी को तोडने तथा राजस्थान में सरकार बनाने का कोई प्रयास नहीं किया है और ना करने की स्थिति में है