राबड़ी ने प्रशांत किशोर को ले कही बड़ी बात- इस 'कबूतर' को मैंने घर से निकाला था
राबड़ी देवी ने लालू यादवकी किताब में प्रशांत किशोर को लेकर लिखी बातों की पुष्टि की है। उन्होंने नीतीश कुमार व प्रशांत किशोर को लेकर क्या-क्या कहा जानिए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 08:48 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 12:22 AM (IST)
पटना [जेएनएन]। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पुस्तक के जरिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (PK) पर उठा विवाद शांत होता नहीं दिख रहा है। अब लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का कबूतर बताते हुए यह भी कहा है कि उन्होंने एक बार प्रशांत किशोर को घर से बाहर निकाल दिया था।
यह है मामला
विदित हो कि तब जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार के खास रहे प्रशांत किशोर को लेकर लालू प्रसाद यादव ने अपनी किताब (Gopalganj to Raisina: My Political Journey) में लिखा है कि नीतीश कुमार ने उनके माध्यम से महागठबंधन में फिर शामिल होने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे उन्होंने नहीं माना। नीतीश कुमार का यह प्रस्ताव उनके महागठबंधन से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होकर नई सरकार बनाने के छह महीने के अंदर आया था। लालू की किताब में दर्ज इस बात को प्रशांत किशोर के साथ-साथ जदयू ने भी बेबुनियाद बताया है। लेकिन अब इसकी सत्यता की पुष्टि के लिए खुद राबड़ी देवी सामने आ गईं हैं।
राबड़ी ने किया ये ट्वीट
राबड़ी ने की है कि नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर को महागठबंधन में दोबारा वापसी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए लालू प्रसाद यादव के पास भेजा था। इस संबंध में राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में लिखा कि नीतीश कुमार माफी मांगते हुए अनेक प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे। बार-बार उनके कबूतर (प्रशांत किशोर) चिट्ठी लेकर आ रहे थे। एक बार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने घर से निकाल दिया था। जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं हैं।
बाेलीं- मेरे सामने की थी बात
राबड़ी का यह बयान महागठबंधन में नीतीश की वापसी की कोशिश के लालू प्रसाद के दावे पर मचे घमासान के बीच आया है। लालू के दावे को प्रशांत किशोर द्वारा खारिज करने पर राबड़ी ने कहा कि प्रशांत किशोर झूठ बोल रहे हैं। वे पांच बार लालूजी से मिले थे। यह भी कह रहे थे नीतीश कुमार के साथ दोबारा आ जाएं। राबड़ी ने कहा कि ऐसी बातें उन्होंने उनके सामने भी की थी।
प्रशांत पहले ही कर चुके प्रतिवाद
लालू प्रसाद ने अपनी पुस्तक (Gopalganj to Raisina: My Political Journey) में दावा किया है कि नीतीश ने महागठबंधन में वापसी के लिए कई बार प्रशांत किशोर को उनके पास दूत बनाकर भेजा था। लालू के इस दावे के बाद पीके ने भी पलटवार करते हुए लालू के दावे को झूठा बताया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि वह जदयू में शामिल होने से पहले कई बार लालू से मिले थे, किंतु अगर वह बता दें कि इस मुलाकात में क्या बात हुई तो राजद प्रमुख शर्मिंदा हो जाएंगे।
यह है मामला
विदित हो कि तब जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार के खास रहे प्रशांत किशोर को लेकर लालू प्रसाद यादव ने अपनी किताब (Gopalganj to Raisina: My Political Journey) में लिखा है कि नीतीश कुमार ने उनके माध्यम से महागठबंधन में फिर शामिल होने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे उन्होंने नहीं माना। नीतीश कुमार का यह प्रस्ताव उनके महागठबंधन से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होकर नई सरकार बनाने के छह महीने के अंदर आया था। लालू की किताब में दर्ज इस बात को प्रशांत किशोर के साथ-साथ जदयू ने भी बेबुनियाद बताया है। लेकिन अब इसकी सत्यता की पुष्टि के लिए खुद राबड़ी देवी सामने आ गईं हैं।
राबड़ी ने किया ये ट्वीट
राबड़ी ने की है कि नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर को महागठबंधन में दोबारा वापसी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए लालू प्रसाद यादव के पास भेजा था। इस संबंध में राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में लिखा कि नीतीश कुमार माफी मांगते हुए अनेक प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे। बार-बार उनके कबूतर (प्रशांत किशोर) चिट्ठी लेकर आ रहे थे। एक बार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने घर से निकाल दिया था। जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं हैं।
बाेलीं- मेरे सामने की थी बात
राबड़ी का यह बयान महागठबंधन में नीतीश की वापसी की कोशिश के लालू प्रसाद के दावे पर मचे घमासान के बीच आया है। लालू के दावे को प्रशांत किशोर द्वारा खारिज करने पर राबड़ी ने कहा कि प्रशांत किशोर झूठ बोल रहे हैं। वे पांच बार लालूजी से मिले थे। यह भी कह रहे थे नीतीश कुमार के साथ दोबारा आ जाएं। राबड़ी ने कहा कि ऐसी बातें उन्होंने उनके सामने भी की थी।
प्रशांत पहले ही कर चुके प्रतिवाद
लालू प्रसाद ने अपनी पुस्तक (Gopalganj to Raisina: My Political Journey) में दावा किया है कि नीतीश ने महागठबंधन में वापसी के लिए कई बार प्रशांत किशोर को उनके पास दूत बनाकर भेजा था। लालू के इस दावे के बाद पीके ने भी पलटवार करते हुए लालू के दावे को झूठा बताया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि वह जदयू में शामिल होने से पहले कई बार लालू से मिले थे, किंतु अगर वह बता दें कि इस मुलाकात में क्या बात हुई तो राजद प्रमुख शर्मिंदा हो जाएंगे।
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