बिहार में बाढ़-जलजमाव पर सियासत: विपक्ष बोला- 'थेथरई' कर रही सरकार, गिरिराज ने भी उठाए सवाल
बिहार में बाढ़ व जल-जमाव से जनता परेशान तो सियासत भी गर्म है। पक्ष-विपक्ष के आरोप-प्रत्यरोप तेज होते जा रहे हैं। किसने क्या कहा इसकी जनकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
पटना [जेएनएन]। बिहार में भारी बारिश (Heavy Rain) के बाढ़ व जल-जमाव (Food and Waterlogging) से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। खासकर पटना के बदतर हालात पर सियासत गरमा गई है। सत्ता पक्ष इसे प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) बता रहा है तो विपक्ष सरकार नाकामी। कांग्रस (Congress) नेता व पूर्व सांसद रंजीत रंजन (Ranjit Ranjan) के अनुसार सरकार अपनी नाकमी छुपाने के लिए थेथरई (जबरन अपनी बात साबित करने के लिए कुतर्क) कर रही है। आफत को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ शामिल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) भी सरकार पर हमलावर हैं।
नीतीश-सुशील मोदी ने कही ये बात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए संयम व साहस बनाए रखने की अपील की है। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) ने भी कहा है कि पटना से 48 घंटे के भीतर जल निकासी कर ली जाएगी।
नित्यानंद व रविशंकर बोले: केंद्र सरकार साथ
बिहार की स्थिति को गंभीर मानते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nitya Nand Rai) ने कहा कि आफत की इस घड़ी में केेंद्र सरकार बिहार सरकर के साथ है। हालांकि, पटना में जल-जमाव की बाबत उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। केंद्रीय मंत्री व पटना साहिब से बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। फरक्का बराज (Farakka Barage) के सभी फाटक खोल दिए जाने के बाद पटना में गंगा (Ganges) का जल-स्तर कम होने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ से कोल इंडिया (Coal India) के दो बड़े पंप मंगाए गए हैं। केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) भी राज्य सरकार के साथ खड़े दिखे। उन्होंने भारी बारिश के लिए हथिया नक्षत्र को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार इस प्राकृतिक आपदा से निपट रही है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा
बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने पटना में जलजमाव के लिए प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वे इस घटनाक्रम से विचलित हैं। बारिश रुकने के 24 घंटे बाद भी पानी का नहीं निकलना यह बताता है कि प्रशासनिक लापरवाही जरूर हुई है। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। राहत कार्य में लगे लोगों, कार्यकर्ताओं और संघ के स्वयंसेवकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि केंद्र के सहयोग से राहत कार्य में तेजी आई है। सांसद और विधायक लगातार मेहनत कर रहे हैं, पर नालों की उड़ाही नहीं हो और संप मोटर काम नहीं करें, तो सांसद-विधायक क्या करें?
गिरिराज के कटघरे में बीजेपी व नीतीश सरकार
केंद्र सरकार में बीजेपी के उपरोक्त मंत्रियों से अलग केंद्रीय मंत्री व बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने पटना के हालात को प्राकृतिक आपदा मानने से इनकार किया। एक दिन पहले उन्होंने इसे मानवीय भूल का परिणाम बताते हुए बिहार की नीतीश सरकार (Nitish Government) को कटघरे में खड़ा किया था। लेकिन बुधवार को उन्होंने अपने बयान में हल्का बदलाव करते हुए कहा कि इस हालत के लिए बीजेपी व 'अपनी' सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि जनता ने हमपर भरोसा किया, इसलिए जनता से क्षमा मांगते हैं।
गिरिराज का यह बयान सत्ता में होने के करण खुद जिम्मेदारी लेते हुए भी नीतीश सरकार को घेरने का लगता है। गिरिराज ने यह भी कहा कि हमने लोगों को आपदा के संबंध में अलर्ट तो किया, लेकिन खुद अलर्ट नहीं हो सके।
पटना के कुम्हरार से बीजेपी विधायक अरुण सिन्हा (Arun Sinha) ने भी राहत व बचाव को लेकर असंतोष जाहिर करतेक हुए कहा कि पटना में प्रशासन से पर्याप्त सहयोग नहीं मिल रहा है। इसलिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को यहां आना पड़ा।
मांझी बोले: नहीं था कोई एडवांस प्लान
जल-जमाव से परेशानी को देखते हुए विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) सुप्रीमो जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि पटना को जल जमाव से मुक्त करने के लिए नीतीश सरकार ने कुछ भी नहीं किया। आज की स्थिति एडवांस प्लान की कमी का परिण्ााम है।
रंजीत रंजन बोलीं: थेथरई पर उतर आई सरकार
कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि बीजेपी व जेडीयू को आपदा की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों को गुमराह कर रहे हैं। सरकार थेथरई की सीमा लांघ रही है।
राबड़ी ने नीतीश से पूछा: कब डूबेगा आपका अहंकार
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट किया कि नाला उड़ाही नहीं करना, सीवर साफ़ नहीं करवाना, संप हाउस का काम नहीं करना, यह सब प्रकृति का दोष है क्या? उन्होंने नीतीश कुमार को ग़लती स्वीकार करने की नसीहत दी। साथ ही तंज किया कि छह फ़ीट पानी में तो इंसान डूब जाता है, लेकिन आपका अहंकार नहीं डूब रहा। पटना के आयुक्त पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि गरीबों की रोज़ी-रोटी उजाड़ने वाले पटना के कमिशनर अब कहां हैं?
तेजस्वी का आरोप: प्राकृतिक आपदा नहीं, लापरवाही
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में 15 साल से एनडीए की सरकार है। पटना के मेयर से लेकर सभी पांच विधायक, पांच सांसद बीजेपी के ही हैं। इसके बावजूद पटना डूब रहा है। तेजस्वी ने कहा कि यह आपदा प्राकृतिक नहीं, लापरवाही है।
महाचंद्र सिंह ने पूछा: कहां हैं तेजस्वी?
तेजस्वी के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता महाचंद प्रसाद सिंह (Mahachandra Prasad Singh) ने कहा कि तेजस्वी अपनी जिम्मेदरी से भाग रहे हैं। वे कभी-कभी ट्वीट कर आरोप लगा रहे हैं, पर धरती पर कहीं नजर नहीं आ रहे। आफत की इस घड़ी में आरोप-प्रत्यारोप की नहीं, मिल-बैठकर समस्या के समाधान की जरूरत है।