Rajasthan Panchayat Election 2020: पाक मूल की भारतीय बहू सीएए और एनआरसी को बता रही जरूरी
Rajasthan Panchayat Election नीता कंवर पढ़ने के लिए पाकिस्तान से जयपुर आई और फिर करीब आठ साल पहले टोंक जिले के नटवाड़ा गांव के ठिकानेदार परिवार की बहू बनी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan Panchayat Election: पाकिस्तान मूल की राजस्थान में टोंक जिले की बहू नीता कंवर भारतीय नागरिकता हासिल करने के बाद नटवाड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ रही है।
नीता कंवर पढ़ने के लिए पाकिस्तान से जयपुर आई और फिर करीब आठ साल पहले टोंक जिले के नटवाड़ा गांव के ठिकानेदार परिवार की बहू बनी। पुण्य प्रताप करण के साथ उनका विवाह हुआ। नीता कंवर को पांच माह पहले सितंबर, 2019 में भारतीय नागरिकता मिली है। इन दिनों घूंघट (पर्दे) में वोट मांग रही नीता कंवर नागारिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को देश के लिए आवश्यक मानती है।
नीता कंवर का कहना है कि सीएए और एनआरसी का विरोध केवल राजनीति के लिए करना गलत है,इससे देश में रह रहे लोगों को कोई नुकसान नहीं है, अवैध रूप से रहने वालों को बाहर भेजना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से हमारे यहां रह रहे लोग अपराधों में लिप्त रहते हैं, इनके कारण स्थानीय लोगों को मुश्किल होती है। सीएए और एनआरसी को लेकर एक बातचीत मे उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय नागरिकता मिली, मैं बेहद प्रसन्न हूं, पाकिस्तान में हिंदू परिवारों को परेशान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इसमें गलत क्या है कि साल, 2015 के पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से भारत आए हिंदू, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी परिवारों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जा सकेगी। सरपंच पद का चुनाव लड़ रही नीता कंवर वोट मांगने जाती है तो ग्रामीणों से बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य की बात करती है। विशेषकर बालिका शिक्षा को अपनी प्राथमिकता बताती है।
नीता के ससुर लक्ष्मण करण भी दो बार सरपंच रह चुके हैं और उन्हीें के कहने पर वे चुनाव लड़ रही हैं। गांव में सरपंच का पद इस बार महिला सामान्य सीट के लिए आरक्षित है। उनके चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होना है और नीता जबरदस्त चुनाव प्रचार में जुटी हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान की 2726 पंचायतों में शुक्रवार को पहले चरण के मतदान होगा। मतदान के तुरंत बाद ही मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। राजस्थान में तीन चरण में चुनाव होना है। दूसरे चरण के लिए 22 और तीसरे चरण के लिए 29 फरवरी को चुनाव होगा। हालांकि इसके बाद भी चार हजार से ज्यादा पंचायतों का चुनाव रह जाएगा, जिसके लिए निर्वाचन आयेाग को कोर्ट के फैसले का इंतजार है।