AAP यानी अकेले अरविंद पार्टी, खेतान के भी इस्तीफे से चौतरफा आलोचना
हिट फिल्म शोले की तर्ज पर ये संपादित फोटो ट्वीट की गई है। ये फोटो दर्शाती है कि किस तरह से आप का कुनबा बिखर रहा है और अरविंद अकेले पड़ते जा रहे हैं।
नई दिल्ली (अमित सिंह)। आशुतोष के बाद अब आशीष खेतान के आम आदमी पार्टी (आप) पार्टी से इस्तीफा देने से अरविंद केजरीवाल पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल पर जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। इस मौके पर केजरीवाल के पुराने साथी कवि कुमार विश्वास और मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने भी अरविंद के खिलाफ ट्वीट कर इस मुद्दे को हवा दे दी है।
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले आशुतोष ने आप से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह अपने पुराने मित्रों के साथ पहाड़ी वादियों की सैर कर रहे हैं। आशुतोष से पहले भी आप के कई संस्थापक सदस्य और केजरीवाल के पुराने साथी एक-एक कर पार्टी छोड़ चुके हैं। बुधवार को आशीष खेतान के भी आप से इस्तीफा देने की खबर मीडिया में आयी। हालांकि उन्होंने 15 अगस्त को ही ईमेल भेजकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बुधवार को उनके इस्तीफे की खबर मीडिया में आते ही केजरीवाल पर हमले तेज हो गए।
आलोचकों ने सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। सबसे ज्यादा चर्चा कुमार विश्वास के उस ट्वीट की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘हम तो “चँद्र गुप्त” बनाने निकले थे हमें क्या पता था “चँदा गुप्ता” बन जाएगा’। कुमार विश्वास के इस ट्वीट को आप के गुप्त चंदे से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसे लेकर पूर्व में काफी हंगामा मच चुका है।
वहीं आप के पुराने साथी और देश के मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने भी केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। प्रशांत भूषण ने ट्वीट के जरिए कहा है कि जिन लोगों ने महान आदर्शवाद के लिए आप की स्थापना की या उससे जुड़े, लंबी कड़वाहटों की वजह से उनकी सूची छोटी होती जा रही है। आप की स्थापना एक बड़ी उम्मीद की किरण थी। लेकिन एक व्यक्ति की बेईमान महत्वाकांक्षा और दूरदृष्टिता की कमी की वजह से सब कुछ नष्ट हो गया। ये एक केस स्टडी है कि कैसे एक संस्था या मूवमेंट को तहस-नहस किया जा सकता है।
ट्वीटर पर एक व्यक्ति ने ट्वीट किया है ‘हिस्ट्रीशीट- अन्ना हजारे, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आशुतोष और बहुत से लोग और अब ये (आशीष खेतान)।’ वहीं एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया है कि ‘शांति भूषण, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, ऐडमिरल रामदास, अंजलि दमानिया, मेघा पाटकर, मंयक गांधी, आनंद कुमार, कुमार विश्वास, आशुतोष, आशीष खेतान, सुखपाल खैरा, धर्मवीर गांधी सब गलत और सत्ता लालची। बस एक हमारे युगपुरुष पार्टी संयोजक ओर मुख्यमंत्री को सत्ता का लालच नही है।’ वहीं एक ने ट्वीट किया है ‘AAP याने अकेले अरविन्द पार्टी’।