केंद्र और केजरीवाल सरकार के शीत युद्ध के बीच पेश हुआ आम बजट, दिल्ली को है उम्मीद
केंद्र सरकार के इस बजट को लेकर एक बार फिर दिल्ली की सियासत गरम होने की प्रबल आशंका है। हालांकि अब तक पेश हुए आम बजट में केजरीवाल सरकार मायूस ही रही है।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। सीलिंग और तमाम मसलों पर केंद्र और दिल्ली सरकार के सियासी मतभेद के बीच आज आम बजट पेश हो रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार की नजर बजट पर टिकी है। दोनों सरकारों के मध्य जारी शीत युद्ध के बीच कयासों का दौर भी जारी है। दिल्ली सरकार के साथ दिल्लीवासियों की भी नजर मोदी सरकार के इस बजट पर है। आखिर वजट में दिल्लीवासियों के लिए क्या है।
बजट के बहाने दिल्ली में शुरू हो सकती है सियासत
केंद्र सरकार के इस बजट को लेकर एक बार फिर दिल्ली की सियासत गरम होने की प्रबल आशंका है। हालांकि अब तक पेश हुए आम बजट में केजरीवाल सरकार मायूस ही रही है। उसने करीब-करीब हर बार मोदी सरकार के बजट की निंदा ही की है या तंज कसा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बजट में दिल्ली के हिस्से में क्या आता है। इसलिए यह कयास लगाया जा रहा है कि इस बार भी बजट को लेकर दिल्ली की सियासत में उबाल आ सकता है। सीलिंग पर उपजे केंद्र से मतभेद के बाद एक बार फिर दिल्ली सरकार के निशाने पर केंद्र सरकार हो सकती है।
राजनीतिज्ञों का कहना है कि तमाम मोर्चो पर घिरी केजरीवाल सरकार एक बार फिर बजट के बहाने मोदी सरकार पर हमला बोल सकती है। सीलिंग मामले में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच घमासान मचा है। दोनों ही सीलिंग की ज़िम्मेदारी एक दूसरे पर डालकर व्यापारियों और आम जनता के गुस्से से बचना चाहते हैं। लेकिन आम आदमी को इस पर राजनीति से नहीं मतलब है उसे सिर्फ राहत चाहिए।
ऐसे में आप केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाकर दिल्ली के लोगों की सहानुभूति अपने पक्ष में कर सकती है। फिलहाल अभी तक आप सरकार इस मामले में सुरक्षात्मक रवैया अपना रही है, लेकिन बजट के बाद वह मुखर होकर केंद्र सरकार पर हमला बोल सकती है।
इसी तरह से तीन राज्यसभा सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर पार्टी की किरकिरी हुई थी। इससे अरविंद केजरीवाल की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है। पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कवि कुमार विश्वास ने खुलकर पार्टी नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। आम आदमी पार्टी का यह प्रयास होगा कि बजट के बहाने वह केंद्र सरकार पर हमला बोल कर दिल्लीवासियों का ध्यान इस मामले से हटाए।
बजट को दिल्लीवासियाें को उम्मीद
केंद्र और राज्य की सियासत से दूर दिल्लीवासियों को मोदी सरकार के बजट से जरूर उम्मीद होगी। अब केंद्र सरकार इस सियासत से परे दिल्ली के लिए क्या कुछ खास है। हालांकि विपक्ष लगातार यह दावा करता है कि केजरीवाल सरकार में दिल्ली का विकास पूरी तरह से ठप रहा है।