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..जब आइसोलेशन वार्ड में पीपीई किट पहनकर पहुंचे हरियाणा के विधायक, वीडियो हुआ था वायरल

क्वॉरेंटाइन सेंटर में भारी समस्या होने का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय विधायक चिरंजीव राव शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड में पहुंचे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 15 May 2020 04:29 PM (IST)Updated: Fri, 15 May 2020 04:32 PM (IST)
..जब आइसोलेशन वार्ड में पीपीई किट पहनकर पहुंचे हरियाणा के विधायक, वीडियो हुआ था वायरल

रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। रेवाड़ी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भारी समस्या होने का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय विधायक चिरंजीव राव शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड में पहुंचे। सिविल अस्पताल के इसी वार्ड में खटावली सहित कई गांवों के क्वांरेंटाइन किए गए लोगों को रखा गया है।

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चिरंजीव राव ने बताया कि समय पर न इन लोगों को खाना मिल रहा है और न पानी लेकिन सफाई की व्यवस्था में सुधार हुआ है। चिरंजीव हरियाणा के शायद ऐसे पहले विधायक हैं जो पीपीई किट पहनकर सीधे आइसोलेशन वार्ड में पहुंचे हैं।

क्वारंटाइन किए गए लोगों ने वीडियो किया था वायरल

दरअसल कोरोना संदिग्ध लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया गया है। क्वारंटाइन किए गए लोगों ने वार्ड के अंदर का एक वीडियो वायरल किया था। लोगों का आरोप था कि वार्ड में समय पर न इन लोगों को खाना मिल रहा है और न पानी। इस वीडियो को वायरल होने के बाद रेवाड़ी के कांग्रेस से विधायक चिरंजीव राव वार्ड के अंदर जाकर खुद लोगों की समस्याएं सुनीं। 

बता दें कि अभी हाल में ही कोरोना वायरस रेवाड़ी तक पहुंच गया। इससे पहले हरियाणा का यह एक ऐसा जिला था जहां पर कोरोना के मरीज नहीं थे। लेकिन अब कोरोना के छह मामले हो चुके हैं। वहीं जिलाधीश यशेंद्र सिंह ने कहा कि कोसली उपमंडल के गांव रतनथल में एक कोविड-19 पॉजिटिव केस मिलते ही कोविड-19 वायरस के संक्रमण व फैलाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे घबराएं नहीं, कोरोना से बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग की अनुपालना करते हुए प्रशासन का साथ दें।

जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व महामारी अधिनियम 1897 के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोसली उपमंडल के छह गांवों रतनथल, भैरमपुर, बास, उष्मापुर, कन्हौरा व हासावास को कोविड-19 पॉजिटिव केस मिलते ही कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कंटेनेमेंट जोन घोषित कर दिया गया है जबकि अन्य 21 गांवों को बफर जोन घोषित किया गया है।

कंटेनेमेंट एरिया को किया गया सील

जिलाधीश ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत कंटेनेमेंट जोन को पूरी तरह सील करने के आदेश दिए गए हैं। कंटेनमेंट जोन को पूरी तरह सैनिटाइज करने, सभी संभावित के सैंपल लेने,आइएलआइ खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि के मरीजों के सैंपल लेने, डोट टू डोर थर्मल स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। कंटेनेमेंट जोन में आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित होने के कारण, जिला खादय एवं आपूर्ति विभाग और बीडीपीओ नाहड़ को घर-घर आवश्यक खाद्य सामग्री पंहुचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधीश ने कहा कि कंटेनेमेंट जोन में बिजली, पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाएं निबार्ध रूप से जारी रखने के संबधित विभागों को आदेश दिए हैं।

21 गांव बफर जोन में शामिल

जिलाधीश ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए एहतियात के तौर पर कन्हौरी, सुर्खपुर, जखाला, मुबारिकपुर, गादला, गुरावड़ा, मालियाकी, जीवड़ा, पाल्हावास, चांदनवास, पैहराजवास, सैदपुर, कुतुबपुरी, सुर्खपुर टप्पा कोसली, शादीपुर, अहमदपुर पड़तल, गुडियानी, भूरियावास, कान्हड़वास, मुंदड़ा व सुमा खेड़ा गांव बफर जोन में शामिल किए गए हैं। कंटेनेमेंट व बफर जोन में उपरोक्त नियमों की अवहेलना करने का आरोपी आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत दंड का भागी होगा।


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