अरविंद केजरीवाल बोले, जहां हारे, वहां जनता से संपर्क में रहें कार्यकर्ता
जनता के इस सकारात्मक रुख के बाद भी आम आदमी पार्टी आठ सीटें क्यों हार गई इस पर पार्टी में मंथन शुरू हो गया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। जनता के इस सकारात्मक रुख के बाद भी आम आदमी पार्टी आठ सीटें क्यों हार गई, इस पर पार्टी में मंथन शुरू हो गया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आठ सीटों पर हुई हार की समीक्षा की और कहा कि जिन सीटों पर पार्टी हारी है, वहां लगातार जनता के संपर्क में रहा जाए। उनके काम और समस्याओं का तत्परता से समाधान हो। जनता से और करीबी संबंध स्थापित किए जाए।
आठ सीटों पर हार की पार्टी ने की समीक्षा
मुख्यमंत्री आवास पर हुई समीक्षा बैठक में केजरीवाल के साथ पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी मौजूद थे। इस दौरान प्रत्याशियों से हार के कारणों को विस्तार से जाना गया। इस दौरान सभी नेताओं ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतना काम करने के बाद भी आप आठ सीटों पर कैसे हार गई। जिन सीटों पर बहुत कम अंतर से हार हुई, उन पर विशेष चर्चा हुई। लक्ष्मी नगर सीट पार्टी आठ सौ वोट से हार गई।
आम आदमी पार्टी बदरपुर, रोहिणी के अलावा यमुनापार की भी छह सीटें हार गई हैं। लक्ष्मीनगर, गांधी नगर, विश्वास नगर, रोहतास नगर करावल नगर व घोंडा शामिल हैं। इनमें से तीन सीटों पर आप के विधायक थे जो फिर से चुनाव लड़े और हार गए। इसमें घोंडा से श्रीदत्त शर्मा, लक्ष्मी नगर से नितिन त्यागी और रोहतास नगर से सरिता सिंह शामिल हैं।