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जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव नतीजों के बाद हिंसा, कई छात्र घायल, शिक्षकों ने निकाला मार्च

सोमवार तड़के करीब तीन बजे जेएनयू के झेलम हॉस्टल के बाहर हिंसा हुई, जिसमें कई छात्रों को चोटें आईं। एबीवीपी ने घायल छात्रों की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिसमें उनके सिर, हाथ, आंखों व अन्य जगहों पर गंभीर चोट दिख रही है।

By Edited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 10:14 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 07:36 AM (IST)
जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव नतीजों के बाद हिंसा, कई छात्र घायल, शिक्षकों ने निकाला मार्च

नई दिल्ली (जेएनएन)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार को छात्रसंघ चुनाव की मतगणना के दौरान वाम छात्र गठबंधन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच तीखी झड़प के कुछ ही घंटे बीते थे कि सोमवार तड़के दोनों संगठन फिर आमने-सामने आ गए। दोनों ने फिर एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया।

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झेलम हॉस्टल के बाहर हिंसा हुई
छात्रों की मानें तो सोमवार तड़के करीब तीन बजे जेएनयू के झेलम हॉस्टल के बाहर हिंसा हुई, जिसमें कई छात्रों को चोटें आईं। एबीवीपी ने घायल छात्रों की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिसमें उनके सिर, हाथ, आंखों व अन्य जगहों पर गंभीर चोट दिख रही है। कई छात्रों के हाथ में प्लास्टर चढ़ाना पड़ा है। नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष एन साई बालाजी ने वसंत विहार नॉर्थ थाने के बाहर धरना दिया। जेएनयू प्रशासन ने परिसर में मीडिया का प्रवेश बंद कर दिया है। जेएनयू के शिक्षकों ने भी इस पूरे घटनाक्रम की निंदा की है।

पांच एफआइआर दर्ज
पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मिली शिकायत के आधार पर पांच एफआइआर दर्ज की हैं। एबीवीपी नेता सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया कि वामपंथ समर्थक छात्रों ने उनके कार्यकर्ताओं को घेरकर बुरी तरह पीटा। उन्हें एम्स, एम्स ट्रॉमा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि पिटाई में करीब 20 छात्रों को चोट आई है। कुछ के हाथ में फ्रैक्चर भी हो गया है। घायलों में सुजल यादव, अणिमा सोनकर, जाह्नवी ओझा, विकास पटेल, निहारिका झा, आशुतोष मिश्रा, ओमकार श्रीवास्तव, निधि त्रिपाठी, श्रुति अग्निहोत्री व प्रियदर्शी राठौड़ शामिल हैं।

आइसा ने एबीवीपी पर लगाया आरोप 
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष एन साई बालाजी ने कहा कि छात्र पवन कुमार को एबीवीपी के सदस्यों ने झेलम हॉस्टल के बाहर घेर लिया था। जैसे ही वह हॉस्टल के बाहर पहुंचे तो वहां सौरभ शर्मा के नेतृत्व में छात्रों की भीड़ हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठी व डंडे से हमला कर रही थी। इसी बीच हमारे अन्य कार्यकर्ता भी पहुंचे। जब हमने इसका विरोध किया तो वे हमें जान से मारने की धमकी देने लगे। इसी दौरान पुलिस को 100 नंबर पर फोन किया गया।एबीवीपी के सदस्यों ने झेलम और सतलज हॉस्टल के बीच पीसीआर वैन को रोक लिया। इस खींचतान में मेरी तबीयत बिगड़ गई और मैं दवाई लेने हॉस्टल पहुंचा। बाद में मैं शिकायत लेकर वसंत कुंज थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने हमारी एक न सुनी।

स्थिति अब नियंत्रण में है
वहीं, डीसीपी देवेंद्र आर्य ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। पीसीआर को तड़के करीब तीन बजे फोन पर जेएनयू में छात्रों के बीच हाथापाई की सूचना मिली थी। इसके बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों, छात्रों और प्रोफेसरों के साथ बैठक कर बातचीत की गई। विश्वविद्यालय के बाहर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

शिक्षकों और छात्रों ने निकाला मार्च
जेएनयू में हुई हिंसक घटना के खिलाफ छात्रों और शिक्षक संघ ने मार्च निकाला। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में शांति रखने की अपील की। गंगा ढाबा पर शिक्षक और छात्र इकट्ठा हुए और वहां से चंद्रभागा हॉस्टल तक मार्च निकाला गया।


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