जयपुर में बनेगा महात्मा गांधी संस्थान, गांधी दर्शन म्यूजियम भी होगा स्थापित
अहमदाबाद के साबरमती आश्रम और वर्धा के सेवाग्रम की तर्ज पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान की स्थापना करेगी।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। अहमदाबाद के साबरमती आश्रम और वर्धा के सेवाग्रम की तर्ज पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान की स्थापना करेगी। इसके लिए प्रारंभिक तौर पर 50 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है,शेष रकम सामाजिक संगठनों एवं दानदाताओं के माध्यम से जुटाई जाएगी। इसके साथ ही गांधी दर्शन म्यूजियम बनाया जाएगा।
प्रदेश की युवा पीढ़ी को गांधी दर्शन से रूबरू कराने के प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही गहलोत सरकार देश के प्रमुख गांधीवादी विचारकों के माध्यम से प्रदेश में महात्मा गांधी के शांति एवं अंहिसा के संदेश को आम लोगों तक पहुंचाएगी। गहलोत ने देश के प्रमुख गांधीवादी विचारकों से पिछले कुछ दिनों में संपर्क साधा है।
इन विचारकों को महात्मा गांधी संस्थान के सलाहकार मंडल में जोड़कर प्रदेश के जिलों तक संस्थान का कामकाज संचालित किया जाएगा। गांधीवादी विचारक सुब्बाराव को संस्थान के सलाहकार मंडल का प्रमुख बनाया जा सकता है।
महात्मा गांधी संस्थान और म्यूजियम की स्थापना को लेकर सरकार ने डी. आर. मेहता, मनीष शर्मा, जी.एस.बाफना और धर्मवीर कटेवा को एडवायजरी कमेटी का सदस्य बनाया है। संस्थान के माध्यम से खादी और हस्तशिल्प उधोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। सरकार संस्थान के विधिवत रूप से काम शुरू करने के साथ ही खादी एवं हस्तशिल्प पॉलिसी तैयार करेगी।
म्यूजियम में महात्मा गांधी से जुड़े समस्त दस्तावेज रखे जाएंगे। इनमें उनके बचपन से लेकर मृत्यु तक के फोटोग्राफ, देश-विदेश के नेताओं के साथ फोटोग्राफ, गांधी जी द्वारा दिए गए प्रमुख भाषणों के अंश और खादी के वस्त्रों का प्रदर्शन किया जाएगा।
अंतिम रूप देने में जुटे अफसर
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने कला एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से गांधी दर्शन म्यूजियम और महात्मा गांधी संस्थान की स्थापना करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के अधिकारियों की एक टीम वर्धा और साबरमती जाकर वहां के आश्रम की विशेषताओं का अध्ययन करके आई है। अधिकारियों ने आश्रम के संचालकों से सुझाव भी लिए हैं। राज्य के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला ने इस संबंध में कई बार अधिकारियों की बैठक ली है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषणा में सरकारी में शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा की थी। इस प्रकोष्ठ ने काम करना शुरू भी कर दिया है।