महाराष्ट्र कैबिनेट का जल्द होगा विस्तार, मंत्री ने बताई डेट, कहा- अब हमारा बोझ कम हो जाएगा
महाराष्ट्र सरकार का जल्द ही कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है। माना जा रहा है कि यह विस्तार अगले महीने हो सकता है। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता भरत गोगावले ने यह जानकारी दी। बता दें पिछली बार नौ जून को शिंदे कैबिनेट का विस्तार हुआ था।
मुंबई, पीटीआई। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार दो जून के आसपास होगा। शिवसेना (शिंदे गुट के) नेता भरत गोगावले ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने खुद को मंत्रिमंडल में जगह मिलने का भरोसा भी जताया।
नए मंत्री के शामिल होने से वर्तमान मंत्रियों को मिलेगी राहत
- शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि नए सदस्यों को शामिल करने से वर्तमान मंत्रियों को राहत मिलेगी, क्योंकि एक सत्र के दौरान विधायिका के दोनों सदनों को संभालना वर्तमान ताकत के साथ बहुत मुश्किल हो जाता है।
- \वहीं, शिवसेना के एक अन्य विधायक प्रताप सरनाईक ने भी संवाददाताओं से कहा कि कैबिनेट विस्तार जल्द ही होगा, क्योंकि 'सभी बाधाएं अब साफ हो गई हैं।'
नौ अगस्त 2022 को हुआ था कैबिनेट विस्तार
इससे पहले, महाराष्ट्र सरकार का नौ अगस्त को कैबिनेट विस्तार हुआ था। इस दिन 18 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इसमें से नौ मंत्री भाजपा और नौ मंत्री शिंदे गुटे के है। शिंदे ने 30 जून को सीएम पद की शपथ ली थी। तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
इन विधायकों को मंत्रिमंडल में मिली जगह
- चंद्रकांत पाटिल (भाजपा)
- सुधीर मुनगंटीवार (भाजपा)
- गिरीश महाजन (भाजपा)
- राधाकृष्ण विखे पाटिल (भाजपा)
- सुरेश खाड़े (भाजपा)
- अतुल सावे (भाजपा)
- रवींद्र चह्वाण (भाजपा)
- मंगल लोढ़ा (भाजपा)
- विजय कुमार गावित (भाजपा)
- उदय सामंत (शिंदे गुट)
- संदीपन भुमरे (शिंदे गुट)
- दादा भुसे (शिंदे गुट)
- गुलाबराव पाटिल (शिंदे गुट)
- शंभुराज देसाई (शिंदे गुट)
- संजय राठौड़ (शिंदे गुट)
- तानाजी सावंत (शिंदे गुट)
- अब्दुल सत्तार (शिंदे गुट)
- दीपक केसरकर (शिंदे गुट)
सिर्फ शिंदे और फडणवीस ने ली थी शपथ
30 मई को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस के अलावा किसी मंत्री ने शपथ नहीं ली थी। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया था, जिसके चलते मंत्रिमंडल विस्तार रुका हुआ था। अभी हाल ही में, शीर्ष अदालत से शिंदे गुट को राहत मिली है।