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CoronaVirus in UP : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-15 से लॉकडाउन में ढील के दौरान नहीं बढ़ने देंगे भीड़

LockDown in UP Day 12 सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद तथा विधायकों से कहा 15 अप्रैल से लॉकडाउन समाप्त होगा। इसको खोलने तो भीड़ जमावड़ा न होने पाए इसको लेकर हमें काफी तैयारी करनी है

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 05 Apr 2020 10:18 AM (IST)Updated: Sun, 05 Apr 2020 04:22 PM (IST)
CoronaVirus in UP : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-15 से लॉकडाउन में ढील के दौरान नहीं बढ़ने देंगे भीड़
CoronaVirus in UP : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-15 से लॉकडाउन में ढील के दौरान नहीं बढ़ने देंगे भीड़

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने की खातिर लगा 21 दिन का लॉकडाउन 15 अप्रैल को खोलने की तैयारी हो गई है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकार आवास से प्रदेश के सभी सांसद तथा विधायकों के साथ इसको लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने पर चुनौती बड़ी होगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंस का पालन करवाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अप्रैल से लॉकडाउन समाप्त होगा। सभी से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं तो चाहूंगा कि अगर हम 15 तारीख से लॉकडाउन खोलेंगे तो एकाएक भीड़ निकलेगी। इसे रोकने के लिए आप लोगों का सहयोग चाहिए।  अगर अचानक भीड़ सड़कों पर निकलेगी तो स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। इसकी वजह से सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसके लिए हमें एक व्यवस्था बनानी होगी। ऐसे में आप सभी लोग अपना-अपना सुझाव मुझे दें।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सांसदों व मंत्रियों से लॉकडाउन खत्म होने के बाद के हालात पर विचार विमर्श किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये योगी ने बात करते हुए कहा कि जब भी लॉकडाउन खत्म होगा तो ऐसे में भीड़ सड़कों पर होगी। संभव है कि कोरोना की रोकथाम व बचाव इससे प्रभावित हो। इसके लिए योगी ने सांसदों व मंत्रियों से लॉकडाउन के बाद की रणनीति के लिए सुझाव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सुझाव से उत्तर प्रदेश शासन को आगे की रणनीति बनाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि सुझाव के बाद ही यह निर्णय लिया जा सकेगा कि पहले फेज में कहां व कितनी छूट दी जाए। किन किन संस्थाओं को छूट देनी है, इस पर भी सुझाव मांगा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी हमारा इम्तहान जारी रहेगा। लॉकडाउन खुलने के बाद स्थिति नियंत्रण में रहें इसके लिए हमें पहले से तैयारी करनी होगी। जन सामान्य को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक करना और सार्वजनिक जगहों पर इसपर अमल कराना ही हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

सरकार 15 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को खोल सकती है। अब पहले उन जिलों में लॉकडाउन खुलेगा जहां एक भी संक्रमित मरीज नहीं है। इसके साथ ही जिन 30 जिलों में संक्रमण फैला है, वहां कुछ पाबंदियों के साथ लॉकडाउन में छूट मिल सकती है। मसलन स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। यहां पर दुकानों को एक समयावधि के लिए ही खोला जाएगा। इसके साथ ही सरकारी दफ्तर में भी जरुरत के हिसाब से ही कर्मचारियों को बुलाया जाएगा। लॉकडाउन में छूट के दौरान भी लोगों को सोशल दूरी के नियम का अनुपालन करना होगा।

15 अप्रैल को खुलेगा लॉकडाउन, सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद व विधायकों से मांगा सुझाव

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद तथा विधायकों से कहा कि 15 अप्रैल से लॉकडाउन समाप्त होगा। इसको खोलने तो भीड़ जमावड़ा न होने पाए, इसको लेकर हमें काफी तैयारी करनी है। एकाएक खोलने से भीड़ का जमावड़ा न होने पाए, इसमें हमें आपका सहयोग चाहिए। इसमें हमें आपकी सहभागिता चाहिए। अगर एकाएक भीड़ कहीं भी टूट पड़ी तो हम सभी की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। लॉकडाउन के कारण हम कोरोना वायरस पर नियंत्रण करने में सफल रहे हैं। लॉकडाउन खोलने के बाद भी हमको अपनी स्थिति को बेहतर ही करना है।मुख्यमंत्री ने सांसदों और विधायकों से कहा कि अगर तबलीगी जमात का मामला सामने न आता तो हम यूपी में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने में सफल हो गए थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 132 संक्रमित मामले सिर्फ जमात से सामने आये हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में तीन दिन में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले मामले बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन की कार्रवाई को सफल बनाने के लिए हमने सभी कदम उठाए. बाहर से आए लोगों की वजह से स्थिति संवेदनशील हुई। अब तक तब्लीगी जमात से जुड़े 1499 लोगों को चिन्हित किया। इन लोगों ने अव्यवस्था और अराजकता फैलाने का प्रयास किया। इनमें भी 385 से ज्यादा विदेशी भी इसमें शामिल हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर रही है। लॉकडाउन के साथ ही सभी लोगों की सुविधा के लिए 11 कमेटियां भी गठित की गईं। यूपी में बाहर से आए लोगों के लिए भी हमने कमेटी गठित की है। यूपी के बाहर भी 15 से 20 लाख लोग रहते हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगभग सभी सांसद, मंत्रियों तथा विधायकों से संवाद किया। उन्होंने सांसद तथा विधायकों से कहा कि लॉकडाउन खोलने के दौरान हम क्या करें, इसको कैसे खोला जाए। हमें अपनी राय जरूर दें। यह देश तथा प्रदेश के बड़े इम्तहान का समय है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि कहीं पर भी भीड़ एकत्र न हो। हम इसको लेकर अच्छी व्यवस्था तैयार करें। जिससे कि हम लॉकडाउन के बाद जब इसको खोलें तो स्थिति हमारे ही नियंत्रण में रहे। लोग अपनी जरूरत भी पूरी कर सकें और स्थिति भी खतरनाक न बनें।  

कोरोना से बचाव व तैयारी को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार एक्शन में है। रविवार को सरकारी आवास पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी सांसद व मंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की। प्रदेश में अंतिम पायदान पर खड़े जनसामान्य को प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए योगी आदित्यनाथ सभी मंत्रियों, विधायकों से सहयोग की अपील की है। लॉकडाउन के समय में जनसामान्य को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए भी सांसद व मंत्रियों से अपने अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने को कहा। इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खत्म किए जाने की स्थिति में भीड़ को कैसे व्यवस्थित रखा जाए और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रहे, इस पर भी सीएम योगी ने सभी से सुझाव मांगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज रविवार रात 9 बजे की अपील पर जनसामान्य के साथ प्रभावी ढंग से अमल करने का योगी ने आह्वान किया है।  

योगी आदित्यनाथ ने सभी सांसदों व मंत्रियों से उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड में सांसद/ विधायक निधि से 1 करोड़ रूपये के साथ ही विधायकों से एक महीने का वेतन देने की अपील की। उन्होंने बताया कि बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपने विधायकों से इस फंड में सहयोग करने की अपील की है। फंड में आने वाली धनराशि पर विस्तार से चर्चा करते हुए योगी ने बताया कि इस फंड का प्रयोग प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को कई गुना विस्तार देने में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस फंड से मेडिकल कॉलेज और जिला स्तर के अस्पताल के कार्य क्षमता में विस्तार किया जाएगा। वेंटिलेटर, पीपीई, आइसोलेशन, जनपद स्तर पर टेस्टिंग लैब की व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रयास है कि इस फंड में करीब 1500 करोड़ एकत्र हों, जिससे आवश्यक कामों में तेजी आ सके। इसके अलावा अन्य लोगों से भी इस फंड में आर्थिक सहयोग करने का आह्वान किया।

योगी आदित्यनाथ ने सांसद व मंत्रियों से तीन मुख्य मुद्दों पर अपने विचार सांझा करते हुए सहयोगी की अपील की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में ठेला, खोमचा, रेहड़ी, ई—रिक्शा, रिक्शा, पटरी और पल्लेदार, मजदूर आदि के लिए भरण पोषण हेतु 1 हजार रूपये देने का निर्णय लिया गया है। यह रकम सीधे उनके खाते में भेजे जाना तय किया गया है। इनके पास राशन कार्ड और बैंक खाता नहीं है। योगी ने सांसदों व मंत्रियों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे लोगों को चिहिंत कर उनके बैंक खाता खुलवाकर जनपद स्तर पर एक हजार रूपये दिलाने का सहयोग करें। जिससे सरकार की राहत योजनाओं से इन्हें लाभाविंत किया जा सके। इतना ही नहीं योगी कहा कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश में करीब 3.50 लाख श्रमिक बाहर से आए हैं। इनके पास ना तो राशन कार्ड है ना ही बैंक एकाउंट है। ऐसे लोगों भी चिहिंत कर जनपद स्तर पर राशन कार्ड बववाना और बैंक खाता खुलवाया जाए। साथ ही उत्तर प्रदेश शासन से एक हजार रूपये उपलब्ध कराकर लाभार्थियों की मदृद करें। हर जनपद में यह कार्य हो इसके लिए सभी जनप्रतिनिधिगण सहयोग करें।


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