Kolkata Politics : कोलकाता में तर्पण करने से भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोका, जमकर काटा बवाल
विजयवर्गीय का आरोप ममता सरकार सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए कर रही है काम। पिछले कुछ वर्षों में हिंसा में मारे गए 112 पार्टी कार्यकर्ताओं के तर्पण के लिए इकट्ठा हुए थे भाजपा नेता।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं की आत्मा की शांति के लिए प्रदेश भाजपा की ओर से बुधवार को कोलकाता में आयोजित तर्पण कार्यक्रम को पुलिस ने रोक दिया। इसको लेकर पुलिस व भाजपा नेताओं के बीच जमकर बवाल हुआ। उत्तर कोलकाता के बागबाजार स्थित गंगा घाट पर तर्पण देने के लिए सुबह भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं एवं हिंसा के शिकार हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के परिजन जमा हुए थे।
पुलिसकर्मियों ने कार्यक्रम के लिए वहां बनाए गए मंच को हटा दिया और बैरेकेडिंग कर दी
लेकिन पहले से वहां मौजूद भारी संख्या में पुलिसकर्मियों ने भाजपा द्वारा तर्पण कार्यक्रम के लिए वहां बनाए गए मंच को हटा दिया और बैरेकेडिंग कर दी। पुलिस कोरोना महामारी के मद्देनजर सामूहिक कार्यक्रम करने की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया। इसको लेकर पुलिस के साथ काफी कहासुनी के बाद नाराज भाजपा समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और वहीं धरने पर बैठ गए।
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य नेताओं ने सड़क पर बैठ दिया धरना
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सह पर्यवेक्षक अरविंद मेनन, राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, केंद्रीय कमेटी के सदस्य मुकुल रॉय सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी घाट के पास सड़क पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ भाजपा समर्थकों को गिरफ्तार भी कर लिया। इस बीच पुलिस को चमका देते हुए 17 मृत भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से बाद में हावड़ा के गोलाबाड़ी घाट में तर्पण का कार्यक्रम करवाया गया।
तर्पण करने से भाजपा नेताओं को रोके जाने को लेकर ममता सरकार पर निशाना, आलोचना
इधर, तर्पण करने से भाजपा नेताओं को रोके जाने को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कड़ी आलोचना की। उन्होंने सवाल किया कि घुसपैठियों के साथ रहते हुए क्या ममता जी हिंदू परंपरा भी भूल गयी हैं? उन्होंने कहा कि बागबाजार में गंगा किनारे हम देश के लिए आहुति देने वाले 4000 सैनिकों और 112 भाजपा कार्यकर्ताओं के तर्पण के लिए इकट्ठा हुए थे! लेकिन, ममता सरकार की पुलिस ने ये तर्पण नहीं होने दिया।
सरकार 30 फीसद अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रही है और 70 फीसद लोगों की अवहेलना
उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार सिर्फ 30 फीसद अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रही है और 70 फीसद लोगों की अवहेलना कर रही है। पुलिस प्रशासन हिंदुओं से जुड़े किसी भी कार्यक्रम या रीति रिवाज में अड़चन खड़ी करने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि यह सरकार हिंदू धर्म और उसके रीति-रिवाजों के खिलाफ क्यों है?
सरकार हिंदू विरोधी दुर्भाग्यपूर्ण है कि तर्पण करने का अधिकार भी छीना जा रहा : राहुल सिन्हा
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार हिंदू विरोधी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदुओं से तर्पण करने का अधिकार भी छीना जा रहा है।