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JNU Violence : छात्र-छात्राओं तथा शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं राजनीतिक दल : स्मृति ईरानी

JNU Violence केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि राजनेता छात्र-छात्राओं के साथ ही शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 12:02 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 12:02 PM (IST)
JNU Violence : छात्र-छात्राओं तथा शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं राजनीतिक दल : स्मृति ईरानी
JNU Violence : छात्र-छात्राओं तथा शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं राजनीतिक दल : स्मृति ईरानी

अमेठी, जेएनएन। केंद्रीय कपड़ा, महिला तथा बाल कल््याण मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा की घटना को बेहद निंदनीय व शर्मनाक बताया है। स्मृति ईरानी सोमवार को एक दिन के अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं। उन्होंने गौरीगंज के असैदापुर में बने स्थाई रैन बसेरा के तथा फुरसतगंज सीएचसी पर बने रोगी आश्रय स्थल का लोकार्पण किया।

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स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा को बेहद शर्मनाक तथा निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि राजनेता छात्र-छात्राओं के साथ ही शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं। इन जगहों पर छात्र-छात्रा अपने जीवन को संवारने के काम में लगने के साथ ही अपनी तथा देश की प्रगति की शिक्षा लेते हैं। इन सभी जगहों को राजनीति से दूर रखना ही श्रेयस्कर होगा। छात्र-छात्रा यहां पर आशान्वित होकर आते हैं, हमको भी उनको आशावादी बनाना होगा। इन सभी जगहों पर राजनीति के कारण ही हिंसा तथा उपद्रव का माहौल बन जाता है। नेता इनको इस्तेमाल करते हैं। इससे छात्रों के जीवन पर असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि मैं आशान्वित हूं, आशावादी हूं कि राजनीति अखाड़े में छात्रों को मोहरे की तरह इस्तेमाल न किया जाए।

कोटा में बच्चों की मौत-राजस्थान सरकार की कमी 

कोटा में बच्चों की मौत पर स्मृति ईरानी ने सचिन पायल के बयान को आधार बनाकर साफ किया कि कही न कहीं राजस्थान सरकार की कमी है। राजस्थान के अस्पतालों में हो रही बच्चों की मौत पर बोली स्मृति ने कहा कि गरीब अस्पताल में इस आशा से आता है कि उसके पास पैसे नहीं लेकिन उसका इलाज होगा। अगर राजस्थान सरकार के लिए इलाज में चुनौती तो उसका तत्परता से समाधान करे। नेशनल प्रोटेक्शन चाइल्ड राइट के चेयरमैन जब अस्पताल गए तो अस्पताल का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। जिम्मेदार लोग अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं। केंद्र सरकार की पहल के बाद हर्षवर्धन जी के नेतृत्व में वहां एक टीम गई और उन्होंने कहा कि हम मदद करने के लिए तैयार हैं लेकिन संवाद और समाधान की दृष्टि से ही यह संभव हो पाएगा। सचिन पायलट ने भी स्वीकार किया है कि सरकार की तरफ से कमी हुई है। स्मृति ईरानी ने साथ ही कि सचिन पायलट के बयान पर कहा कि उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि कहीं न कहीं राजस्थान सरकार से कमी रह गई है।

फुरसतगंज सीएचसी पर बने रोगी आश्रय स्थल का लोकार्पण करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रदेश योगी सरकार सभी के कल्याण के लिये काम कर रही है। रोगी आश्रय का निर्माण भी इसी कड़ी का एहम हिसा है। इससे अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को काफी सहूलियत मिलेगी। उन्हें मुफ्त में रहने के साथ खाने-पीने की सुविधा भी मुहैया हो सकेगी।


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