RajyaSabha Election: अमित शाह के पहुंचते ही कांग्रेस विधायकों ने गांधीनगर छोड़ा, क्रॉस वोटिंग से डरी कांग्रेस
RajyaSabha Election. गुजरात के कांग्रेसी विधायक अहमदाबाद से माउंट आबू में एक दिवसीय शिविर में भाग लेने के लिए रवाना हुए।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिनी गुजरात यात्रा पर पहुंचते ही कांग्रेस अपने विधायकों को लेकर पालनपुर (बनासकांठा जिला) रवाना हो गई है। यहां के बालाराम पैलेस इन्हें ठहराया जाएगा। माना जा रहा है कि पांच जुलाई को होने वाले राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के चलते पार्टी ने यह कदम उठाया है।
शुक्रवार को यह विधायक सीधे मतदान केंद्र पर ही पहुंचेंगे।नेता विपक्ष परेश धनाणी विधायकों को बस से पालनपुर के बालाराम पैलेस के निकले। कांग्रेस के चीफ व्हिप अश्विन कोटवाल ने बताया कि कांग्रेस के करीब 50 विधायक पालनपुर के लिए रवाना हुए हैं।
यहां राज्यसभा का मॉक चुनाव कराकर विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि कोई गलती नहीं हो। जहां तक विधायक धवल सिंह झाला की बात हैं तो वे पार्टी के साथ हैं। उनसे फोन पर बात हुई है। बालाराम आलीशान पैलेस है, जहां पर कई फिल्म और धारावाहिकों की भी शूटिंग हो चुकी है।
अल्पेश बोले, कांग्रेस को विधायकों पर भरोसा नहीं
कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके विधायक अल्पेश ठाकोर का कहना है कि प्रशिक्षण अहमदाबाद में भी हो सकता था। कांग्रेस को विधायकों पर भरोसा नहीं है इसलिए बाहर ले जा रही है। अल्पेश ने कहा कि उन्हें नहीं बुलाया गया और वे नहीं जा रहे हैं। उनके साथी विधायक धवल सिंह झाला ने कहा कि वे भी नहीं जा रहे हैं, उन्हें भी इसके लिए कोई आमंत्रण नहीं मिला है। इसके अलावा कांग्रेस विधायक ललित वसोया, ललित कगथरा, चंदन ठाकोर, अनिल जोशीयारा, हर्षद रिबडिया, गयासुद्दीन शेख भी पालनपुर नहीं गए हैं। गयासुद्दीन ने बताया कि अहमदाबाद में गुरुवार को जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा है और वे हर साल इसमें सेवा कार्य करते हैं।
दोनों राज्यसभा सीटें भाजपा के खाते में जाना तय
गुजरात की दो राज्यसभा सीटों के लिए पांच जुलाई को चुनाव होना है। चूंकि दोनों सीटों पर चुनाव अलग-अलग होना है, इसलिए संख्या बल के हिसाब से दोनों सीटों पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। अगस्त 2017 के राज्यसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए उन्हें बेंगलुरु लेकर गई थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गत राज्यसभा चुनाव के दौरान गुजरात कांग्रेस के प्रभारी थे, यह उनकी रणनीति का ही हिस्सा था। माना जाता है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो शायद अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव नहीं जीत पाते। पटेल केवल एक मत से चुनाव जीते थे।
गौरतलब है कि अगस्त 2017 के राज्यसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग के डर से उन्हें बंगलुरु लेकर गई थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गत राज्यसभा चुनाव के दौरान गुजरात कांग्रेस के प्रभारी थे, यह उनकी रणनीति का हिस्सा था। अगर ऐसा नहीं करते तो शायद अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव नहीं जीत पाते। पटेल केवल एक मत से चुनाव जीते थे। नेता विपक्ष परेश धनाणी विधायकों को बस में लेकर साबरकांठा पालनपुर के बालाराम पैलेस के लिए निकले हैं। रास्ते में विधायक अंबा माताजी के दर्शन करेंगे।
कांग्रेस नेता अश्विन कोटवाल ने बताया कि यहां राज्यसभा का मॉक चुनाव कराकर विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि कोई गलती नहीं हो। साथ ही, विधानसभा की खाली हुई चार सीटों के उपचुनाव को लेकर भी कांग्रेस विधायकों के साथ विचार-विमर्श करेगी। बालाराम एक आलीशान पैलेस है, जहां कई पिफल्म व सीरियलों की भी शूटिंग हो चुकी है।
कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके विधायक अल्पेश ठाकोर का कहना है कि प्रशिक्षण अहमदाबाद में भी हो सकता था। कांग्रेस को विधायकों पर भरोसा नहीं है, इसलिए बाहर ले जा रही है। इस तरह डरकर कोई राजनीति नहीं होती है। अल्पेश ने कहा कि उन्हें नहीं बुलाया गया और वे नहीं जा रहे हैं।
उधर, उनके साथी विधायक धवलसिंह झाला ने कहा कि वे भी नहीं जा रहे हैं, उन्हें इसके लिए कोई आमंत्रण नहीं मिला।
कांग्रेस के चीफ व्हिप अश्विन कोटवाल का कहना है कि कांग्रेस के 50 से अधिक विधायक पालनपुर के लिए रवाना हो गए। धवल सिंह कांग्रेस के साथ हैं, उनसे फोन पर बात हुई। उधर, कांग्रेस विधायक ललित वसोया, ललित कगथरा, चंदन ठाकोर, अनिल जोशीयारा, हर्षद रिबडिया, ग्यासुद्दीन शेख आदि भी आबू नहीं जा रहे हैं।
ग्यासुद्दीन ने बताया कि अहमदाबाद में गुरुवार को जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा है और वे हर साल इसमें सेवा कार्य करते हैं। कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखने के लिए उनहें बाहर ले जाया जा रहा है। भाजपा क्रॉस वोटिंग का प्रयास कर सकती है। गत चुनाव में भी हॉर्स ट्रेडिंग हुई, लेकिन कांग्रेस की एकजुटता से राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल हुई।
तो वोट देंगे अल्पेश ठाकोर
इस बीच, राज्यसभा चुनाव को लेकर अल्पेश ठाकोर ने कहा है कि मुझे अभी तक व्हिप प्राप्त नहीं हुआ है, मैं जाऊंगा और अगर मुझे व्हिप प्राप्त होता है तो मैं वोट दूंगा।