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बस पॉलिटिक्स पर आमने-सामने यूपी व राजस्थान सरकार, डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- कांग्रेस देश से माफी मांगे

यूपी के डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले कोटा में फंसे बच्चों को यूपी बॉर्डर तक छोड़ने का किराया 36 लाख रुपये वसूल रहे हैं और फिर संवेदना दिखाते हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 02:16 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 08:46 PM (IST)
बस पॉलिटिक्स पर आमने-सामने यूपी व राजस्थान सरकार, डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- कांग्रेस देश से माफी मांगे
बस पॉलिटिक्स पर आमने-सामने यूपी व राजस्थान सरकार, डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- कांग्रेस देश से माफी मांगे

लखनऊ, जेएनएन। प्रवासी श्रमिकों व कामगारों को एक हजार बसों से घर भेजने को लेकर कांग्रेस और यूपी सरकार में सियासत नए पड़ाव पर है। अब राजस्थान के कोटा में फंसे प्रतियोगी बच्चों को यूपी बॉर्डर तक पहुंचाने वाली बसों से जुड़े भुगतान को लेकर योगी सरकार और राजस्थान सरकार आमने-सामने आ गई हैं। आरोप प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को लखनऊ में पत्रकार वार्ता कर यूपी के डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा और परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने जवाबी हमला किया।

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राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की प्रेस कांफ्रेंस के बाद पलटवार करते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कांग्रेस द्वारा की जा रही बसों की राजनीति को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश व श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोटा से बच्चों को अपनी बसों से भेजने का किराया भी राजस्थान सरकार वसूल रही है। एक तरफ बच्चों को भेजने के एवज 36.36 लाख रुपये का बिल भेज रही है तो दूसरी तरफ श्रमिकों को भेजने के लिए फ्री बसें देना चाहती है। पहले कोटा में फंसे बच्चों को यूपी बॉर्डर तक छोड़ने का किराया वसूल रहे हैं और फिर संवेदना दिखाते हैं। पैसा वसूलना हो तो सेवा की नौटंकी बंद करिए। यह राजस्थान सरकार और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है। ऐसा कृत्य पूरी तरह अक्षम्य है।

राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की पत्रकार वार्ता के तुरंत बाद यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस व राजस्थान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस श्रमिकों को भेजने के लिए बसों को 12 घंटे के लिए कहकर लाई थी। ड्राइवरों को खाना तक नहीं दिया गया। क्या हम ऐसी बसों में श्रमिकों को भेजते, जिसमें ड्राइवरों को खाना तक नसीब नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि राजस्थान के कोटा से बच्चों को लाने के लिए प्रदेश सरकार ने 560 बसें भेजी थीं। हमारी बसों में डीजल की कमी हुई तो राजस्थान में डीजल भराया गया। इसका भुगतान भी प्रदेश सरकार ने राजस्थान को कर दिया था।

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग अनर्गल प्रचार कर गलत साक्ष्य दिखा रहे हैं। मिथ्या वर्णन कर गुमराह कर रहे हैं। प्रतिदिन एक शिगूफा छोड़कर मीडिया में प्रचार पाने की राजनीति कर रहे हैं। आज भी राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में हजारों श्रमिक पैदल घूम रहे हैं। राजस्थान सरकार में कोई मानवीय संवेदना नहीं है। डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि राजस्थान के डिप्टी सीएम ने अनर्गल आरोप लगाया है। बसों के ड्राइवरों को भोजन तक नहीं कराया गया। बसों से वसूली की गई। कांग्रेस अपनी गिरेबान में झांके। इन्हें यूपी के श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए। डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम किया है। इस प्रकार का कृत्य अक्षम्य है। 

यूपी के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि राजस्थान सरकार हिंदुस्तान के भविष्य यानी छात्रों से पैसा वसूल रही है। प्रदेश सरकार ने बच्चों को लाने के लिए यहां से बसें भेजी थीं, कुछ बसें कम पड़ गईं तो राजस्थान सरकार से 94 बसें ली थीं। इसका भुगतान प्रदेश सरकार ने कर दिया है।  कटारिया ने कहा कि 36 लाख 36 हजार रुपये का भुगतान हमने किया। डीजल का पेमेंट 19 लाख रुपये किया। ये लोग पैसा वसूल रहे हैं। ये लोग सेवा की नौटंकी बंद करें। कांग्रेस हिंदुस्तान के मजदूरों को गुमराह कर रही है। कांग्रेस भारत के भविष्य से कांग्रेस पैसा वसूलती है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार की 12000 बसें हैं और हर जिले में 200 प्राइवेट बसों का इंतजाम किया गया है।

बता दें कि कांग्रेस नेता और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने यूपी में कांग्रेस की बसों को परमिशन न देने के मामले को लेकर यूपी योगी सरकार पर निशाना साधा है। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता कर सचिन पायलट का कहना है कि अगर कांग्रेस पार्टी मजदूरों के लिए बसें और खाने का इंतजाम कर रही है, तो अन्य सरकारों को इसका स्वागत करना चाहिए।बॉर्डर पर बसों को परमिशन न देना, नेताओं को गिरफ्तार करना और राजनीति करना कहां तक जायज है। उन्होंने कहा कि मदद लेने से कोई छोटा नहीं होता। उत्तर प्रदेश सरकार के रवैये को दुनिया ने देखा है। उत्तर प्रदेश सरकार का जो रवैया रहा है, उसकी भर्त्सना करते हैं। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा की श्रमिकों के लिए बसें एआईसीसी और प्रदेश कांग्रेस की ओर से भेजी गई थी और इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है।

इस प्रेसवार्ता के दौरान राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी यूपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी और उसके बाद ही बसों को रवाना किया गया, लेकिन यूपी सरकार ने ओछी राजनीति दिखाई और प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा, जो गलत है। कोटा में बसें भेजी गई उनको रोका नहीं गया। उस समय हमने परमिट का हवाला नहीं दिया। बसों की जांच को लेकर छूट दी गई। बीजेपी नेताओं को इस पूरे मामले पर माफी मांगनी चाहिए।


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