गिरिराज सिंह का आरोप, किसानों से वसूला जाने वाला कमीशन समाप्त हो जाने से कांग्रेस और अकाली दल की बढ़ी बेचैनी
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर लगाया जनता में भ्रम फैलाने का आरोप। कहा कमीशन को लेकर आज विरोध किया जा रहा है। लेकिन मंडी रहेगी एमएसपी रहेगा और अधिक लाभ के लिए किसान अपना अनाज कहीं भी बेच सकते हैं। यह व्यवस्था की गई है।
दरभंगा, जेएनएन। मंडी से किसानों से वसूले जाने वाले कमीशन के खत्म होने से कांग्रेस और अकाली दल में बैचेनी है। पंजाब में किसानों से साढ़े आठ प्रतिशत कमीशन वसूला जाता था। यह पैसा किसानों को नहीं मिलता था। अब वह किसानों का होगा। इसी कमीशन को लेकर आज विरोध किया जा रहा है। लेकिन, मंडी रहेगी, एमएसपी रहेगा और अधिक लाभ के लिए किसान अपना अनाज कहीं भी बेच सकते हैं। यह व्यवस्था की गई है। उक्त बातें केंद्र सरकार के पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को दरभंगा में संवाददाताओं से कही।
एमसीएपी में सिर्फ किसानों के हित की बात
कहा कि किसानों को दिग्भ्रमित करने का काम जिन लोगों के द्वारा किया जा रहा है उन्होंने ही इससे पहले नागरिकता कानून पर लोगों को दिग्भ्रमित किया था। एमसीएपी में सिर्फ किसानों के हित की बात है। पहले खरीद केंद्र 34 हजार थे अब 66 हजार खरीद केंद्र हैं। किसान एक राज्य से दूसरे राज्य में जाकर अपनी फसल बेच सके इसके लिए उन्हें स्वतंत्र किया गया है। यह कृषि बिल किसानों के लिए वरदान साबित होगा। अब राज्य के बाहर अनाज बेचने पर कोई राज्य या केंद्रीय कर नहीं लगेगा। केंद्र सरकार की ओर से एमएसपी विधेयक के बाद जो तीन अन्य विधेयक लाए गए हैं, उससे कांग्रेस का दोहरा चरित्र का उजागर हुआ है। जिस कांग्रेस ने 2007 में मंडी कानून में परिवर्तन की बात कहती थी वह आज वो सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है। कहा कि नरेंद्र मोदी किसानों के लिए समर्पित हैं। आज किसानों के खाते में रुपये जा रहे हैं।