राजस्थान की गहलोत सरकार बनाएगी शांति एवं अहिंसा मंत्रालय, सीएम खुद संभालेंगे जिम्मा
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार शांति एवं अहिंसा मंत्रालय बनाएगी। देश में यह अपने तरह का पहला मंत्रालय होगा।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार शांति एवं अहिंसा मंत्रालय बनाएगी। देश में यह अपने तरह का पहला मंत्रालय होगा। राज्य सरकार का दावा है कि देश के किसी भी राज्य में शांति एवं अहिंसा मंत्रालय नहीं बना हुआ है। मंत्रालय में प्रमुख शासन सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी को तैनात करने के साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारी लगाए जाएंगे। जिला स्तर पर भी अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद इस मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गहलोत सरकार शांति एवं अहिंसा मंत्रालय बना रही है। इस मंत्रालय की स्थापना की कार्ययोजना तैयार करने को लेकर सीएम ने राज्य के मुख्य सचिव डी.बी.गुप्ता को निर्देश दिए है। मुख्य सचिव ने इस बारे में 10 जून को जयपुर स्थित शासन सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है। मंत्रालय प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक शांति एवं अहिंसा के क्षेत्र में काम करेगा। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में पहली बार हैप्पीनेश विभाग बनाया था।
जिलों में आयोजित होंगे महात्मा गांधी के जीवन आधारित कार्यक्रम
राजस्थान सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयन्ती वर्ष में राज्य के सभी जिलों में गांधी के जीवन पर आधारित अनेक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। तीन जून से शुरू हुए ये कार्यक्रम चार अक्टूबर तक चलेंगे। इसके तहत हर जिले में अलग-अलग तारीख पर तीन दिन का कार्यक्रम होगा जिसमें गांधी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी व संगोष्ठी शामिल है।
कार्यक्रम के पहले दिन गांधी सन्देश यात्रा निकाली जाएगी व प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा। दूसरे दिन जिला स्तर पर ‘गांधी अतीत ही नहीं भविष्य भी है’ विषय पर निबन्ध और ‘गांधी के सपनों का भारत’ विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता तथा ‘सद्भावना और विकास’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता होगी। तीसरे दिन जिला स्तर पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
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