CAA पर बहस में कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ताओं में मारपीट, प्रदेश मुख्यालय में जमकर चले लात-घूंसे
Citizenship Amendment Act नागरिकता संशोधन कानून का कांग्रेस हाईकमान ने भले ही विरोध किया हो लेकिन कुछ कार्यकर्ता इसके समर्थन में हैं।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून का कांग्रेस हाईकमान ने भले ही विरोध किया हो, लेकिन कुछ कार्यकर्ता इसके समर्थन में हैं। वह अपनी भावनाओं को दबाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में बहस के दौरान दो प्रदेश प्रवक्ताओं का वैचारिक टकराव मारपीट तक पहुंच गया। जमकर लात-घूंसे चले और मामला राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा तक भी पहुंच गया है।
कांग्रेस में अंतर्कलह और गुटबाजी को शांत करने का प्रयास हो रहा है, लेकिन मतभेद खत्म नहीं हो पा रहे हैं। बुधवार को एक घटना ने इसे जाहिर भी कर दिया। बताया गया है कि प्रदेश मुख्यालय में प्रदूषण और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) जैसे मुद्दों पर पूर्व प्रदेश प्रवक्ता उमाशंकर पांडेय और यशवंत सिंह के बीच बहस चल रही थी। तभी एक पक्ष ने सीएए का विरोध किया तो दूसरे ने गद्दार कह दिया। इस पर दोनों में मारपीट शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बीच-बचाव करने का प्रयास पूर्व प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने किया तो धक्का-मुक्की में वह बेसुध होकर गिर गए।
मामले की शिकायत प्रियंका वाड्रा तक पहुंच गई, जिसके बाद दिल्ली से वरिष्ठजनों से इस संबंध में उनकी टीम ने जानकारी भी ली। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने घटना की जानकारी होने से इन्कार किया है। गौरतलब है कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के भाजपा सरकार के फैसले पर भी तमाम कार्यकर्ताओं ने हाईकमान से इतर पक्ष में विचार रखे थे।