फारूक अब्दुल्ला ने की गृहमंत्री से बात, हीरानगर के 32 गांव खाली करने की तैयारी
कश्मीर में बने हालात को देखते हुए जिला कठुआ प्रशासन ने पाकिस्तान से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किसी भी आपात स्थिति को देखते हुए पूरी तरह से अलर्ट कर रखा है।
कठुआ, जागरण संवाददाता। कश्मीर में बने हालात को देखते हुए जिला कठुआ प्रशासन ने पाकिस्तान से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किसी भी आपात स्थिति को देखते हुए पूरी तरह से अलर्ट कर रखा है। हालांकि, जिले की हीरा नगर स्थित पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रशासन हर पल अलर्ट रहता है, लेकिन कश्मीर में जिस तरह से हालात बनते जा रहे हैं और सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में 35 ए पर होने वाली सुनवाई को लेकर एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ताजा अलर्ट कर दिया गया है।
अगर सीमा पर तनाव बढ़ जाता है तो प्रशासन ने हीरा नगर के करीब 32 गांवों को खाली करवाने और उन्हें सुरक्षित सरकारी स्कूलों में भी शिफ्ट करने की योजना पहले ही तैयार करके रखा गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में लोगों को परेशानी न हो और उन्हें सुरक्षित वहां से शिफ्ट करके सुरक्षित स्थानों पर सरकारी स्कूलों की इमारतों में ठहराया जा सके।
गौरतलब है कि जब से पुलवामा में आतंकियों ने 42 सीआरपीएफ जवानों को शहीद किया है, तब से सीमा पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। वहां पर तैनात सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे सतर्क हैं। इधर प्रशासन ने भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सीमा से सटे गांवों के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए पहले से ही प्लान तैयार कर रखा है।
डीसी पीयूष सिंगला ने बताया कि जिस तरह से कश्मीर में हालात बने हैं, उसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही ऐसे में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने बताया कि सीमा के हालात 35 ए की सुनवाई के मद्देनजर संभावित पैदा होने वाले हालात को देखते हुए समीक्षा करने के लिए जिलास्तर पर समीक्षा बैठक होगी।
सीमा पर तनाव बढ़ने प्रशासन ले सकता है फैसला
कश्मीर में आवश्यक चीजों के भंडारण के निर्देशों के बाद बने तनाव के बीच नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की। उन्होंने कश्मीर के हालात के बारे में गृह मंत्री को जानकारी दी। नेकां के उपप्रधान उमर अब्दुल्ला ने टवीटर पर लिखा है कि नेकां प्रधान ने गृह मंत्री से बात कर उन्हें बताया कि कश्मीर के लोगों में इस समय भय का माहौल है और वह कोई बयान देकर लोगों को आश्वस्त करें। पहले से ही तनाव भरे माहौल को खाली हुए पेट्रोल पंपों व अन्य जरूरी चीजों की किल्लत ने बढ़ाया है।