Move to Jagran APP

यूपी के निष्कासित वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र, कहा-परिवार से ऊपर उठकर पार्टी को चलाएं मैडम

कांग्रेस संगठन में मची खींचतान के बाद उत्तर प्रदेश में पार्टी से करीब एक वर्ष पहले निष्कासित किए गए वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खरा-खरा पत्र लिखा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 09:37 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 10:38 PM (IST)
यूपी के निष्कासित वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र, कहा-परिवार से ऊपर उठकर पार्टी को चलाएं मैडम

लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस संगठन में मची खींचतान के बाद उत्तर प्रदेश में पार्टी से करीब एक वर्ष पहले निष्कासित किए गए वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खरा-खरा पत्र लिखा है। चार से पांच दशक तक कांग्रेस की सेवा करने वाले इन नेताओं ने पार्टी में हावी परिवारवाद पर निशाना साधा है। उन्होंने सोनिया से कहा है कि कांग्रेस संगठन को परिवार से ऊपर उठकर चलाएं। साथ ही आगाह किया है कि इन हालात में कांग्रेस इतिहास की वस्तु बनकर रह जाएगी।

loksabha election banner

पिछले वर्ष नेहरू जयंती पर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति पर पार्टी के पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी की अध्यक्षता में वरिष्ठ कांग्रेसियों ने बैठक की थी। इसे अनुशासनहीनता मानकर पार्टी ने दस वरिष्ठजन को निष्कासित कर दिया गया। सभी यह कहते रहे कि निष्कासन पार्टी संविधान के खिलाफ हुआ है। उन्होंने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलने का समय मांगा, लेकिन मिला नहीं। हालांकि यह वरिष्ठजन अब भी खुद को कांग्रेसी ही मानते हैं। अब वर्तमान में जब संगठन में आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं तो पूर्व सांसद संतोष सिंह ने सभी वरिष्ठों की सहमति से एक पत्र सोनिया गांधी को लिखा है।

इसमें कहा गया कि पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने पार्टी और देश को बनाया। आपके नेतृत्व में भी पार्टी को बल मिला। पत्र में कहा है कि पिछले कुछ समय से पार्टी जिस तरह से चल रही है, उससे कांग्रेसजनों में असमंजस और अवसाद की स्थिति है। प्रदेश कांग्रेस में लाए गए कुछ पदाधिकारियों पर निशाना साधते हुए लिखा है कि आर्थिक पैकेज पर ऐसे लोग बैठा दिए गए हैं, जो कांग्रेस के प्रारंभिक सदस्य भी नहीं हैं। वह पार्टी की दशा-दिशा निर्धारित कर रहे हैं।

पार्टी की एक राष्ट्रीय स्तर की पदाधिकारी पर बिना नाम लिए तंज भी कसा। कहा कि रात भर में किसी को पदाधिकारी तो बनाया जा सकता है, लेकिन वह नेता नहीं बन सकता। उसके लिए संघर्ष और परिपक्वता चाहिए। दस वरिष्ठों के निष्कासन पर अन्य वरिष्ठों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं। पत्र पर पूर्व सांसद संतोष सिंह सहित पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र, विनोद चौधरी, राजेंद्र सिंह सोलंकी, सिराज मेंहदी, नेकचंद पांडेय, युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वयं प्रकाश गोस्वामी और पूर्व प्रदेश महामंत्री संजीव सिंह के हस्ताक्षर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.