Rajasthan: ईडी ने राजस्थान के परिवहन मंत्री से की पूछताछ, पिता व भाई को भी भेजा नोटिस
Pratap Singh Khachariwas जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में ईडी ने राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Pratap Singh Khachariwas: राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर आ गए हैं। एक कंपनी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में ईडी ने खाचरियावास, उनके पिता लक्षमण सिंह और भाई करण सिंह को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा। खाचरियावास बुधवार को ईडी के जयपुर कार्यालय में पहुंचे और यहां करीब आधा घंटे तक दिल्ली से आए अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की। ईडी के नोटिस में आरोप है कि पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी। इसी मामले में पैसे के लेन-देन में गड़बड़ी हुई, जिसके संबंध में ईडी की टीम उनके परिवार से पूछताछ में जुटी है।
खाचरियावास से पूछताछ के बाद अब उनके पिता और भाई को बुलाया गया है। इन दोनों को बुधवार को भी बुलाया गया था, लेकिन दोनों ने बीमार होने को लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट ईडी कार्यालय भेज दिया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले ईडी अलग-अलग मामलों में सीएम अशोक गहलोत के मित्र और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा व धर्मेंद्र राठौड़ और सीएम के भाई अग्रसेन गहलोत से पूछताछ की चुकी है।
खाचरियावास ने भाजपा पर निशाना साधा
मीडिया से बात करते हुए खाचरियावास ने कहा कि हमारे बहुमत सिद्ध होने के बाद ईडी द्वारा नोटिस दिया जा सकता था, क्या यह नोटिस देने का समय है? वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि खाचरियावास ज्यादा न बोलें। आज केंद्र में भाजपा की सरकार है। कल यह कांग्रेस की सरकार होगी। राजनीतिक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली एजेंसियां न तो भाजपा के लिए और न ही कांग्रेस के लिए अच्छी हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी यह मामला ईडी ने अपने हाथ में लिया था, जो जांच के बाद बंद कर दिया। अब सरकार गिराने की साजिश हुई और मैं भाजपा के खिलाफ बोला तो फिर इस केस को खोला जा रहा है। खाचरियावास का कहना है कि उनके 80 साल के पिता के नाम का नोटिस भेजा गया है। खाचरियावास का कहना है कि भाजपा को समझना चाहिए कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोंसिंह शेखावत के छोटे भाई हैं, जो उनकी पार्टी के बड़े नेता थे।