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मप्र: दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा संपन्न, कांग्रेस को मिल सकता है चुनाव में लाभ

दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा संपन्न हो गई है। माना जा रहा है कि उनकी इस यात्रा का चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Tue, 10 Apr 2018 11:55 AM (IST)Updated: Tue, 10 Apr 2018 11:55 AM (IST)
मप्र: दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा संपन्न, कांग्रेस को मिल सकता है चुनाव में लाभ
मप्र: दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा संपन्न, कांग्रेस को मिल सकता है चुनाव में लाभ

नरसिंहपुर/जबलपुर (नईदुनिया)। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा अब संपन्न हो गई है। भले ही इस यात्रा को गैर राजनैतिक रखा गया हो, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव में इसका कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। बता दें कि सोमवार को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर का बरमान घाट कांग्रेस नेताओं से भरा रहा। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा का आखिरी पड़ाव चुनावी साल में कांग्रेस के लिए बूटी से कम नहीं। बेशक यात्रा और समापन कार्यक्रम को गैर राजनैतिक रखा गया हो, लेकिन कांग्रेस इस यात्रा को चुनावी मुद्दा बनाकर लाभ ले सकती है।

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मां नर्मदा शक्ति दे

अमृता सिंह ने धर्म मंच से करीब 10 मिनट यात्रा का अनुभव बांटा। आखिरी पड़ाव पर नर्मदा और परिक्रमावासियों से बिछड़ने पर भावुक भी हुई। उन्होंने कहा 192 दिन की यात्रा के बाद मां से बिछड़ने का गम है

पति के संकल्प की सहभागी बनी

यह नर्मदा का आशीर्वाद है। कई तीर्थ व्यक्तिगत पुण्य के लिए होते हैं। नर्मदा परिक्रमा सामाजिक पुण्य देता है। यात्रा से जो भी पुण्य हुआ उसे जनता को समर्पित करती हूं। उन्होंने कहा कि नर्मदा कुछ जगह खूबसूरत है कई जगह स्वरूप बिगड़ गया। अब कई जगह गड्डों में बदल चुकी है। नर्मदा की सच्ची भक्ति होगी तो वो शक्ति देगी ताकि नर्मदा की धारा को अविरल रख सकूं।

नर्मदा परिक्रमा से प्रदेश में नई ऊर्जा

राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के दिल में दृढ़ निश्चय है। वो जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करते हैं। इस यात्रा के बाद दिग्विजय सिंह के भीतर नई ऊर्जा दिख रही है। प्रदेश में भी इसका असर दिखेगा। फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने कहा कि आखिरी दिन की तारीख का योग 9 है। जो इस अंक से लड़ता है, वह धवस्त हो जाता है। छत्तसीगढ़ के पूर्व मंत्री रवीन्द्र चौबे ने कहा कि दिग्विजय सिंह को राजर्षि कहें तो गलत नहीं। मप्र कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि 71 साल की उम्र में कठिन तप कर तपस्वी बने।

आपको बता दें कि नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट से दिग्विजय सिंह ने 6 महीने पहले नर्मदा परिक्रमा यात्रा शुरू की थी। यात्रा का समापन सोमवार को इसी घाट पर हुआ। करीब 3100 किलोमीटर की इस यात्रा के दौरान उनकी पत्नी अमृता सिंह भी उनके साथ हर कदम पर रहीं।


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