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चक्रवात एम्फन से बचाव को बंगाल में 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया : ममता

राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने खतरे को देखते हुए कोलकाता सहित राज्य के तटवर्ती जिलों के लोगों से अगले दो दिनों तक घरों से बाहर नहीं निकलने की भी अपील की

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 06:31 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 06:31 PM (IST)
चक्रवात एम्फन से बचाव को बंगाल में 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया : ममता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि चक्रवाती तूफान एम्फन के खतरे के मद्देनजर राज्य के तटीय क्षेत्रों से करीब तीन लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की सीधे निगरानी कर रहे हैं और कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।

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राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने खतरे को देखते हुए कोलकाता सहित राज्य के तटवर्ती जिलों के लोगों से अगले दो दिनों तक घरों से बाहर नहीं निकलने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि यह चक्रवाती तूफान कोरोना का जो घाव पहले से है उस पर एक बड़ा जख्म है। राज्य के तटवर्ती जिलों में तो खतरा है ही लेकिन कोलकाता भी इससे अछूता नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोग कह रहे हैं कि यह आईला और बुलबुल से भी बड़ा तूफान है। आज और कल बहुत भारी बारिश होगी। यह बहुत ही बड़ी आपदा है। मेरी अपील है कि सभी लोग घर पर ही रहें, बाहर नहीं निकलें और समुद्र में कोई नहीं जाएं।

ममता ने एम्फन से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए इस दिन सभी जिलाधिकारियों और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में भारी तबाही हो सकती है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि चक्रवात से उत्पन्न किसी भी घटना से निपटने के लिए सभी एहतियाती उपाय किए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, आपदा प्रबंधन विभाग, जिला प्रशासन, बिजली विभाग, निगम सभी एजेंसियां सतर्क हैं। ममता ने जोर देकर कहा कि राज्य के तीन तटीय जिलों से 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें दक्षिण 24 परगना से 2 लाख लोगों, उत्तर 24 परगना से 50 हजार लोगों, पूर्व मेदनीपुर से 40 हजार लोग जबकि पश्चिम मेदिनीपुर से 10 हजार लोगों को राहत केंद्रों, शेल्टर होम या स्कूलों में पहुंचाएं गए हैं। अन्य सभी सावधानियां भी बरती जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आज हम से इस मुद्दे पर बात की थी। साथ ही कहा कि उन्होंने गृह मंत्री व रेल मंत्री से एहतियात के तौर पर बुधवार सुबह से गुरुवार सुबह तक प्रवासी मजदूरों को वापस बंगाल में लाने के लिए कोई भी स्पेशल ट्रेन नहीं चलाने का अनुरोध किया है। इसके बाद ट्रेन यहां भेजने के लिए कहा है। दूसरी ओर, एम्फन तूफान से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए गए प्रयासों की राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी सराहना की है। उल्लेखनीय है कि सुपर साइक्लोन का रूप ले चुके हैं एम्फन के बुधवार को दोपहर या शाम तक बंगाल में सुंदरबन के नजदीक दीघा और बांग्लादेश के हतिया द्वीप से टकराने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 170 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।

मौसम विभाग ने बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी तबाही की आशंका जताई है और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। खासकर बंगाल के उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता व हावड़ा में बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। इधर, दक्षिण बंगाल में मंगलवार सुबह से ही तेज हवा व बारिश शुरू हो गई है। बुधवार को पूरा दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 

हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए

मुख्यमंत्री ने एम्फन के मद्देनजर  कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए। इसका नंबर : 033- 22143526, 22141995 एवं टोल फ्री नंबर 1070 है।


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